उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर ज्वेलरी शॉप लूट कांड में शामिल एक बदमाश अनुज प्रताप सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। अनुज प्रताप सिंह अमेठी के जनापुर गांव का रहने वाला था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एसटीएफ लखनऊ की टीम की अचलगंज उन्नाव में दो बदमाशों से मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हो गया जबकि दूसरा फरार होने में कामयाब हो गया। घायल बदमाश को पुलिस तुरंत अस्पताल लेकर गयी मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
एक अधिकारी ने जानकारी दी कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर ज्वेलरी शॉप लूट कांड में शामिल कुछ बदमाश अचलगंज में घूम रहे हैं जिसके बाद एसटीएफ की एक टीम तुरंत वहां पहुंच कर बदमाशों को घेरने की कोशिश की. अधिकारी के अनुसार पुलिस को देखते ही दोनों बदमाश भागते हुए पुलिस पर फायरिंग करने लगे। जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी बदमाशों पर फायरिंग की जिसमें अनुज प्रताप सिंह गोली लगने से घायल हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया वहीँ उसका दूसरा साथी मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
इससे पहले एसटीएफ टीम ने सुल्तानपुर डकैती कांड में हुए एक अन्य एनकाउंटर में एक आरोपी मंगेश यादव मार गिराया था जबकि दूसरे आरोपी अजय यादव के पैर में गोली लगी थी, उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। सुल्तानपुर ज्वेलरी शॉप में 5 सितंबर को हुई लूट के आरोपी मंगेश यादव की मौत एसटीएफ से मुठभेड़ में सुल्तानपुर के देहात थाने के हनुमानगंज बाईपास पर हुई थी। लूटकांड का ये आरोपी फरार चल रहा था, पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस के मुताबिक जौनपुर के बख्श थाना क्षेत्र के रहने वाले मंगेश यादव ने पुलिस पर पहली गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की। पुलिस ने मौके से 32 बोर की पिस्टल और कारतूस, 315 बोर का तमंचा, एक बाइक और लूट से जुड़े जेवरात भी बरामद किए हैं। मंगेश यादव पर पहले से दर्जनों मुकदमे दर्ज थे। मंगेश यादव की मौत पर राजनीति भी गरमाई हुई थी और कहा जा रहा था कि पुलिस ने एक जाति विशेष का होने की वजह से मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था. कहा जा रहा था कि अन्य आरोपियों पर पुलिस अपना शिकंजा नहीं कस रही है. पुलिस पर बाकी आरोपियों को जकड़ने के लिए काफी दबाव था और अब अनुज प्रताप सिंह का एनकाउंटर करने में पुलिस टीम कामयाब हुई है.