मौजूदा मोदी सरकार के अंतिम बजट से भारतीय शेयर बाजार को कोई दिशा नहीं मिलती दिखी. आज दिन भर बाजार ऊपर नीचे होता रहा और अंत में सेंसेक्स निफ़्टी दोनों गिरावट में बंद हुए. बजट पेश होने से पहले शेयर बाजार के दोनों इंडेक्स बढ़त में खुले। सेंसेक्स आज कई बार 72 हज़ार के पार भी जाता दिखा लेकिन हर बार ऊपर से दबाव पड़ने पर बिकवाली आ जाती। आखिर में सेंसेक्स में करीब 100 अंकों की कमजेारी देखने को मिली वहीँ निफ्टी 21700 के नीचे बंद हुआ है.
निफ्टी पर आईटी, मेटल, फार्मा और रियल्टी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं. जबकि बैंक, फाइनेंशियल, ऑटो, और एफएमसीजी इंडेक्स हरे निशान में. मेटल और फार्मा इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा कमजोर हुए. सेंसेक्स 71645 के लेवल पर बंद हुआ है. जबकि निफ्टी 21,697 के लेवल पर बंद हुआ है. हैवीवेट शेयरों में बिकवाली रही है. टॉप गेनर्स में मारुती, पॉवरग्रिड, AXISBANK, एसबीआई,एनटीपीसी और TCS शामिल हैं. जबकि टॉप लूजर्स में LT, ULTRACEMCO, JSWSTEEL, टाइटन , BAJFINANCE, विप्रो शामिल हैं.
विशेषज्ञों ने इस बजट को विवेकपूर्ण बजट बताया है, उनके मुताबिक सरकार ने प्राइवेट कैपेक्स साइकिल के रिवाइवल के लिए अनुकूल स्थितियां बनाई हैं. ग्रामीण आवास और कृषि-संबंधित गतिविधियों को दिया गया मजबूत प्रोत्साहन रिटेल-ओरिएंटेड NBFC के बिजनेस मॉडल के लिए बहुत अच्छा संकेत है. आज के बजट घोषणा से भारत की व्यापक-वित्तीय स्थिरता के बारे में अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की सोच में सुधार होगा और वैश्विक स्तर पर निवेश के लिए सबसे अच्छी जगह में से एक के रूप में भारत की स्थिति मजबूत होगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष के 5.8 फीसदी के मुकाबले सकल घरेलू उत्पाद का 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है. वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर प्राप्तियां 26.02 लाख करोड़ रुपये का अनुमान है.