उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई। पीड़ितों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घटना रतिभानपुर में बाबा भोलेनाथ सत्संग में हुई। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 15 महिलाओं और बच्चों को पास के एटा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है और सभी का इलाज चल रहा है। हाथरस के डीएम के मुताबिक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 116 लोगों की मौत हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जिले में हुए हादसे में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर उनका उचित इलाज कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अपने एक्स सन्देश में अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार और प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान की जाए।”
सीएमओ एटा उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा, “पोस्टमार्टम हाउस में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 25 महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। कई घायलों को भी भर्ती कराया गया है। जांच के बाद आगे की जानकारी सामने आएगी। प्राथमिक कारण धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ मचना है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।