यूनाइटेड नेशनल पार्टी के नेता रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के नये प्रधानमंत्री बन गये हैं, उन्होंने आज इस पद की शपथ 6:30 पर ली है। जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति गोटबाया ने उन्हें यूनिटी गवर्नमेंट के तौर पर शपथ दिलाई है, इसके पहले वह पाँच बार इस पद को संभाल चुके हैं। बता दें कि सन 2019 में उन्होंने पार्टी के दवाब के चलते अपना पद छोड़ा था, उस समय श्रीलंका अच्छी पोजिशन में था।
इसके साथ ही महिंदा राजपक्षे समेत उनके परिवार के किसी भी सदस्य के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गयी है, साथ ही उनके पासपोर्ट जब्त किये जा रहें हैं। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे राष्ट्रपति गोटबाया के भाई हैं, जोकि नेवल बेस में अपनी जान बचाकर छिपे हुये हैं। वहीं राष्ट्रपति गोटबाया ने कहा कि अब मंत्रियों की नयी कैबिनेट का विस्तार किया जायेगा, साथ ही लोंगो से अपील की वह नफरत से बचें।
इसके साथ ही आज श्रीलंका सेंट्रल बैंक के गवर्नर पी नंदलाल ने कहा कि अगर अगले 2 सप्ताह के भीतर देश में हालात ठीक नहीं हुये तो वह अपना पद छोड़ सकते हैं, क्योंकि जब तक देश में राजनीतिक संकट रहेगा तब तक देश की अर्थव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती है। इसके साथ ही श्रीलंका में ऑयल और गैस के वितरण पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी है, वहीं इसके एसोसिएशन का कहना है कि जब तक इसकी सुरक्षा तय नहीं की जाती है, तब तक तेल का वितरण नहीं किया जायेगा।