फ़ुटबाल की सबसे महान हस्ती पेले का मंगलवार को आंसुओं के सैलाब में अंतिम संस्कार हो गया. उनका ताबूत सोमवार को सैंटोस पहुंचा, जहां उनके पूर्व क्लब के मैदान में हजारों लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आए जिनमें से कुछ तो रात भर कतार में लगे रहे। प्रशंसकों ने विशाल काले और सफेद बैनर लहराए, कई लोगों ने 10 नंबर की शर्ट पहनी थी पेले ने जिसे इतना मशहूर बनाया था। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा भी विला बेल्मिरो में पेले को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे.
आसमान से हेलीकाप्टर करते रहे पुष्प वर्षा
पेले के पार्थिव शरीर को सैंटोस की सड़कों पर सात किलोमीटर तक घुमाया गया, इस दौरान आसमान से हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा करते रहे। पेले को उसी शहर में दफनाया गया जहां वह पले, बढ़े और मशहूर हुए, पेले ने इस शहर को फुटबॉल की वैश्विक राजधानी बनाने में मदद की. पेले के पार्थिव शरीर को कब्रिस्तान ले जाने से पहले कैथोलिक प्रार्थना का आयोजन विला बेल्मिरो स्टेडियम में किया गया.
रहती दुनिया तक फ़ुटबाल से जुड़ा रहेगा पेले का नाम
बता दें कि पेट के कैंसर से जूझने के बाद पेले का 29 दिसंबर को 82 साल की उम्र में निधन हो गया. पेले एकमात्र ऐसे फुटबॉल हैं जिन्होंने तीन विश्व कप जीते हैं. महान पेले के अपना आखिरी मुकाबला खेलने के 45 साल पहले खेला था. पेले के नाम कई अनोखे रिकॉर्ड जुड़े हुए हैं. पेले ने अपने करियर में 1279 गोल स्कोर किये तो वहीं 3 बार फीफा विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे और जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके अतिरिक्त पेले के नाम 6 ब्राजीलियाई लीग खिताब और दो बार कोपा लिबर्टाडोरेस खिताब भी हैं. ब्राज़ील के लोगों के लिए पेले सिर्फ एक महान फुटबॉलर ही नहीं थे, वह देश के लोगों के लिए एक आइडियल थे, पेले ने बिखरे हुए ब्राज़ील को एक बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। पेले के अंतिम संस्कार में ऐसे बहुत से लोग थे जो पेले के क्लब सांतोस को पसंद नहीं करते थे मगर उनके लिए पेले इन सब बातों से ऊपर थे. रहती दुनिया तक इस महान खिलाडी का नाम फ़ुटबाल से हमेशा जुड़ा रहेगा, इस खेल की कोई भी कहानी पेले के बिना पूरी नहीं हो सकती।