इंग्लैंड ने कराची टेस्ट में पाकिस्तान को 8 विकेट से रौंदकर सीरीज में व्हाइटवॉश किया। ये अपने घरेलू मैदानों पर पाकिस्तान की टेस्ट मैचों में सबसे शर्मनाक शिकस्त है. साथ ही पाकिस्तान पहली बार घरेलू मैदान पर लगातार 4 टेस्ट मैच हारा है। इससे पहले पाकिस्तान ने घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट भी गंवाया था। इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने 167 रनों के लक्ष्य को 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. इंग्लिश टीम की ओर से बेन डकेट ने 82 और बेन स्टोक्स ने 35 रन बनाकर नॉट आउट रहे. कल इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आक्रामक बल्लेबाजी दिखाते हुए 2 विकेट के नुकसान पर 112 रन बनाए। जैक क्रॉली को 41 और रेहान अहमद को 10 दो आउट होने वाले बल्लेबाज़ रहे जिन्हें स्पिनर अबरार अहमद ने आउट किया।
दूसरी पारी में कम स्कोर बनी हार की वजह
पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपनी दूसरी पारी में 216 रनों पर ऑल आउट हो गई और इंग्लैंड को पहली पारी में 50 रनों के नुकसान के बाद 167 रनों का लक्ष्य दिया था। पाकिस्तान की ओर से बाबर आजम ने 54 रन और सऊद शकील ने 53 रन बनाए जबकि अब्दुल्ला शफीक ने 26 रन और शान मसूद ने 24 रन बनाए. इंग्लैंड की ओर से डेब्यू करने वाले रेहान अहमद ने 5 विकेट, जैक लीच ने 3 विकेट जबकि मार्क वुड और जो रूट ने 1-1 विकेट लिया।
बाबर के दामन पर बदनुमा दाग़
इंग्लैंड के रेहान अहमद डेब्यू पर 5 विकेट लेने वाले दुनिया के सबसे युवा क्रिकेटर बने. बता दें कि रेहान का ताल्लुक पाकिस्तान से भी है क्योंकि उनके पिता नईम अहमद पाकिस्तान में पैदा हुए थे जो बाद में इंग्लैंड जाकर बस गए, रेहान के पिता एक बोलिंग आलराउंडर के रूप में पाकिस्तान में क्रिकेट खेल चुके हैं. मैच के बाद कराची में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म ने कहा कि टेस्ट मैचों में अनुभवी खिलाड़ियों की जरूरत होती है, हमारे पास नई टीम है. उन्होंने कहा कि फवाद आलम फॉर्म में नहीं थे, बाबर ने कहा कि टीम की मानसिकता बदलने की कोशिश कर रहे हैं, इसमें समय लगेगा. बाबर आजम ने कहा कि पहले 2 मैच हमारे हाथ में थे, जीत जाते तो स्थिति कुछ और होती. वैसे यह सीरीज़ बाबर आज़म के लिए एक बदनुमा दाग़ साबित हुई, एक ऐसा दाग़ जिसे वो जीवन भर धू नहीं सकेंगे। बाबर आज़म पाकिस्तान की क्रिकेट हिस्ट्री में पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं जिनकी कप्तानी में घरेलू श्रंखला टीम का सूपड़ा साफ़ हो गया, यहीं नहीं बाबर लगातार चार टेस्ट हारने वाले पहले पाकिस्तानी कप्तान भी बन गए हैं.