भारत में खेले गए FIH हॉकी विश्व कप को जर्मनी ने जीत लिया, फाइनल में बेल्जियम को हराया। मेज़बान भारत ने 9वे स्थान पर वर्ल्ड कप हॉकी का सफर ख़त्म किया। इस विश्व कप में भारत से बड़ी उम्मीदें थी और कम से कम अंतिम चार में पहुँचने की बातें हो रही थीं. कई हॉकी दिग्गजों ने तो भारत के फाइनल में पहुँचने की बात भी कही थी मगर सबके अनुमान गलत साबित हुए और टीम अपने पिछले प्रदर्शन क्वार्टर फाइनल को भी न दोहरा सकी.
दिलीप तिर्की को सौंपा इस्तीफ़ा
टीम के ख़राब प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी लेते हुए टीम के कोच ग्रैहम रीड ने अब अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है, यही नहीं टीम के एनालिसिस कोच ग्रेग क्लार्क और वैज्ञानिक सलाहकार मिशेल डेविड पेम्बर्टन ने भी अपना पद छोड़ने का फैसला किया है। कह सकते हैं कि रीड के साथ उनकी पूरी टीम ने टीम इंडिया से विदाई ले ली है. रीड ने विश्व कप के समापन के एक दिन बाद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को अपना इस्तीफा सौंपा. ग्रैहम रीड को अप्रैल 2019 में भारत का कोच नियुक्त किया गया था। रीड की ही कोचिंग में भारत ने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
क्रॉसओवर मैच में हार कर भारत हुआ था बाहर
रीड ने टीम इंडिया से अलग होने की घोषणा करते हुए कहा पद छोड़ने का समय आ गया है और अगले मैनेजमेंट को बागडोर सौंप दूं। रीड ने हॉकी इंडिया के साथ काम करने को अपना सौभाग्य बताया। रीड ने कहा कि उन्होंने इस शानदार यात्रा का हर पल का आनंद लिया है। बता दें कि पूल डी में इंग्लैंड के बाद भारत दूसरे स्थान पर रहा। क्रॉसओवर में न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ शूटआउट में भारत को 5-4 से हार मिली। जिसकी वजह से उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।