अमित बिश्नोई
कल क्या होगा किसको पता, अभी ज़िन्दगी का ले लो मज़ा, शायद कुछ ऐसी ही बात पीसीबी चीफ रमीज़ राजा ने अपने फाइनलिस्ट खिलाडियों टी 20 विश्व कप 2022 के फिनाले से पहले कही. बात सही भी है, कल क्या होगा किसी नहीं पता, मैच होगा या नहीं होगा यह भी नहीं पता क्योंकि लगातार दो दिन भारी बारिश की भविष्यवाणी है. फिनाले से पहले बाबर जहाँ अल्लाह अल्लाह करते रहे, 1992 को याद करते रहे वहीँ इंग्लैंड के कप्तान बड़े कूल नज़र आये. सिर्फ मैच की बातें, कल क्या होगा किसने देखा, फाइनल में पहुंचे हैं तो जीत के लिए जायेंगे। यह कूलनेस बटलर ने भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में भी दिखाई थी. जब हार्दिक धुनाई कररहे थे तब भी चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी और जब बल्लेबाज़ी करने आये तब भी सुपर कूल, वो मारते गए और गेंदबाज़ पिटाई करवाते गए.
खैर बात कल खेले जाने वाले फाइनल की. बारिश की आशंकाओं को परे रखते हुए मान लेते हैं कि मैच कल पूरा खेला जायेगा। दोनों टीमों ने शानदार तरीके से सेमी फाइनल में जीत हासिल की थी, तो बड़ा सवाल कि क्या दोनों टीमें unchanged होंगी। मार्क वुड अगर फिट हो गए तो क्या क्रिस जॉर्डन बाहर होंगे जिन्होंने सेमीफाइनल में रोहित शर्मा, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या जैसे बल्लेबाज़ों को आउट किया था. मेरे विचार से ऐसा हो सकता है क्योंकि यह इंग्लैंड की टीम है यहाँ नाम नहीं काम देखा जाता है. मार्क वुड पिछले कुछ मैचों में पाकिस्तान के खिलाफ लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं, उन्होंने बाबर जैसे बल्लेबाज़ को भी बहुत परेशान किया है तो फिट होने की सूरत में उनकी वापसी हो सकती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि जॉर्डन ने पिछले मैच में क्या किया। इंग्लैंड की टीम में और किसी तरह के चेंज की न तो ज़रुरत है और न दिख रही है, डेविड मलान की जगह पिछले मैच में टीम में आये फिल साल्ट का टेस्ट ही नहीं हुआ इसलिए उनकी भी जगह बनती है क्योंकि जानकारी के मुताबिक मलान का खेलना मुश्किल है.
पाकिस्तान की बात करें तो वहां पर विनिंग कॉम्बिनेशन में किसी तरह की छेड़छाड़ बहुत मुश्किल है और न ही उनकी यह परंपरा है और न ही उनमें यह हिम्मत है। वैसे भी इस विश्व कप में इत्तेफ़ाक़न सेमीफाइनल और फिर फाइनल में पहुँचने वाली पाकिस्तान टीम को इत्तेफाकन यह विन्निंग कॉम्बिनेशन नसीब हुआ है, ऐसे में उसमें छेड़छाड़ किसी अपराध से कम नहीं है. पाकिस्तान टीम वैसे भी संयोगों में यकीन रखने वाली टीम है, अपने कौशल से ज़्यादा उन्हें संयोगों में यकीन रहता है. इसलिए पूरा पाकिस्तान 1992 की रट लगाए हुए है, ढूंढकर वह संयोग सामने लाये जा रहे हैं जो 1992 और 2022 में मेल खाते हैं. यहाँ तक कि कप्तान बाबर को भी अपने से ज़्यादा 1992 के संयोग पर यकीन है यही वजह है कि आज की प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बार बार इत्तेफ़ाक़ की बात की. अब देखना है कि कल संयोग भारी पड़ता या कौशल।