देश में तरह तरह के घोटाले अक्सर सामने आते रहते हैं, अब एक ऐसा घोटाला सामने आया है जो टीम इंडिया से जुड़ा हुआ है, इस घोटाले का पर्दाफाश और किसी ने नहीं कप्तान रोहित शर्मा ने किया, घायल अंगूठे के साथ बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में टीम को जीत की दहलीज़ तक पहुंचाकर हार झेलने वाले रोहित ने एक तरह से बोर्ड को कटघरे में खड़ा कर दिया है. रोहित शर्मा ने आरोप लगाया कि उन्हें अनफिट खिलाडी दिए जा रहे हैं और अनफिट खिलाडियों के साथ जीत हासिल नहीं की जा सकती। आप इसे टीम इंडिया का फिटनेस स्कैम भी कह सकते हैं
अंदरखाने में खिचड़ी पकने की खबरे पहले से थीं
टीम इंडिया के अंदर खाने में पिछले दो वर्षों से कुछ चल रहा है इसकी बातें तो अक्सर सामने आती रहती थी, टीम सिलेक्शन को लेकर हमेशा बोर्ड, सिलेक्शन कमिटी और कप्तान पर उँगलियाँ उठती रहती थी लेकिन रोहित शर्मा का यह कहना कि टीम को अनफिट खिलाडी दिए जा रहे हैं, यह एक बहुत बड़ा आरोप है. वो कौन से अनफिट खिलाड़ी हैं जिनका रोहित शर्मा ज़िक्र कर रहे हैं. बोर्ड रोहित शर्मा को अनफिट खिलाड़ी क्यों दे रहा है. लाइकिंग, डिस्लाइकिंग की बाते तो दोनों विश्व कप और एशिया कप में नाकामी के बाद बड़ी ज़ोरों से उठी थीं, अब रोहित शर्मा की इस बात से उन बातों को बल मिल रहा है.
चोटिल खिलाडियों की है लम्बी लिस्ट
चोटों की बात करें तो एक लम्बी फेहरिस्त है. बांग्लादेश दौरे पर भी चोटिल खिलाडियों की भरमार है. ऋषभ पंत को ऐन श्रंखला से पहले बाहर किया गया, अब उन्हें मेडिकल टीम की सलाह पर बाहर किया गया है तो माना यही जायेगा कि कोई चोट ही होगी. दीपक चाहर दूसरे मैच में अनफिट हो गए, तीन ओवर बाद बाहर चले गए, नए गेंदबाज़ कुलदीप सेन भी चोटिल खिलाडियों में शामिल हैं. कप्तान रोहित का यह कहना कि पूरी टीम को NCA भेजने की ज़रुरत है ताकि वहां वर्कलोड पर नज़र रखी जा सके क्योंकि आधे अधूरे फिट खिलाडियों को देश का प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा सकता। देखना है कि रोहित के इस आरोप पर बोर्ड अपना क्या रद्देअमल दिखाता है.