अमित बिश्नोई
IND vs SA ICC World Cup 2023 : विश्व कप 2023 अपने दिलचस्प मोड़ पर पहुँच रहा है. दो टीमों के आगे Q लग चुका है यानि वो क्वालीफाई कर चुकी है जबकि दो टीमें अबतक सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं वहीँ 6 टीमें अब भी अंतिम चार में पहुँचने के लिए जद्दोजेहद कर रही हैं. बाहर होने वाली टीमें बांग्लादेश और माजूदा चैंपियन इंग्लैंड हैं जबकि क्वालीफाई करने वाली टीमें साऊथ अफ्रीका और मेज़बान भारत हैं और आज इन दोनों टीमों के बीच कोलकाता के ईडेन गार्डन पर मुकाबला है , मुकाबला इस बात का है कि कौन सी टीम टॉप पर जाएगी, मुकाबला दोनों टीमों की बल्लेबाज़ी का भी है जो इस विश्व कप में अबतक बेहद शानदार रही है. भारत अबतक इस विश्व कप में अजेय है और अपने सातों मुकाबले जीते हैं वहीँ साउथ अफ्रीका को नीदरलैंड के हाथों अपसेट का सामना करना पड़ा है.
पहले साउथ अफ्रीका की बात करें तो उनकी बल्लेबाज़ी अबतक बेहद शानदार रही है. उसने जितने भी मैचों में पहले बल्लेबाज़ी की है सभी में 300+ का स्कोर किया, जिसमें श्रीलंका के खिलाफ 400+ और इंग्लैंड के खिलाफ 399 का स्कोर भी है. डिकॉक अपनी प्रचंड फॉर्म में हैं और अबतक चार सैकड़े लगा चुके हैं वहीँ रासी वन्डर डुसेन दो और मारक्रम व हेनरी क्लासेन एक एक शतक जड़ चुके हैं। साउथ अफ्रीका ने अपने 6 में से पांच मैच पहले बल्लेबाज़ी करके जीते हैं वहीँ दो मैचों में उन्हें बाद में बल्लेबाज़ी करनी पड़ी है जिसमें नीदरलैंड के खिलाफ हार का सामना पड़ा जबकि पाकिस्तान के खिलाफ हार से बाल बाल बचे. इस मैच में बहुत अच्छी पोजीशन के बाद उनका बैटिंग कोलैप्स हुआ. एक अच्छी गेंद उनसे मैच छीन सकती थी लेकिन पाकिस्तानी गेंदबाज़ वो अच्छी गेंद नहीं फेंक सके. इस तरह कहा जा सकता है कि साउथ अफ्रीकंस अच्छे चेज़र नहीं हैं.
वहीँ टीम इंडिया का मामला उल्टा है. विराट के नेतृत्व में रोहित सेना को सबसे अच्छा चेज़र माना जाता है. टीम इंडिया इस समय अपने स्वर्णिम दौर में चल रही है. ऐसा दौर जिसमें हर कोई मानकर चल रहा है कि रोहित सेना को इस विश्व कप में हराना बहुत मुश्किल है. बल्लेबाज़ी तो इंडिया की पहले भी गज़ब की थी लेकिन गेंदबाज़ी का जो रूप सामने आया है वो इससे पहले शायद ही कभी किसी को दिखा हो , विशेषकर तेज़ गेंदबाज़ी का. बुमराह, सिराज और शामी त्रिदेव बने हुए हैं, जिसको मौका मिलता है सामने वाले बल्लेबाज़ों पर टूट पड़ता है. बुमराह जहाँ unplayable नज़र आ रहे हैं वहीँ शामी की सटीकता बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द बनी हुई है और इन दोनों को सिराज की आक्रमकता पूरी मदद कर रही है. हिटमैन का नया रूप दिख रहा है, 400+ अबतक कर चुके हैं, वहीँ ग्रेट चेज़ मास्टर कोहली की शानदार बल्लेबाज़ी का सिलसिला जारी है, वो भी अबतक चार सौ से ज़्यादा रन बना चुके हैं. ODI में 48 शतक लगा चुके हैं, 49वें के दो बार करीब आ चुके हैं. मास्टर ब्लास्टर की 49 शतकों की बराबरी के लिए छटपटा रहे हैं. तो क्या आज वो दिन है जब वो अपने हीरो के अद्भुत रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे।
आज के मैच में टॉस बहुत दिलचस्प होने वाला है. दिलचस्प इसलिए कि आज ये दोनों कप्तानों के लिए एक दुविधा पैदा करने वाला है. टॉस जीतकर क्या फैसला किया जाय, कप्तान असमंजस में रहेगा वो इसलिए कि दोनों टीमों का इस विश्व कप का सफर अगर देखा जाय तो, विशेषकर साउथ अफ्रीका का तो पहले बल्लेबाज़ी करना ही पसंद करेंगे। इन्फॉर्म बल्लेबाज़ी के बावजूद वो दोनों बार लक्ष्य का पीछा करने में लड़खड़ाए हैं तो ऐसे में तेंदा बावुमा अगर टॉस जीतते हैं तो क्या पहले बल्लेबाज़ी का फैसला कर उस टीम इंडिया को लक्ष्य का पीछा करने का मौका देंगे जो इस काम में माहिर है. बड़े से बड़ा लक्ष्य भी विराट के नेतृत्व में नामुमकिन नहीं है. टीमों में एक सोच बनी हुई है कि टीम इंडिया को टारगेट देना मतलब मैच हारना लगभग पक्का। वहीँ रोहित शर्मा के लिए भी इम्तहान होगा कि वो टॉस जीतकर लक्ष्य देंगे या फिर लक्ष्य का पीछा करना पसंद करेंगे। क्या वो साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाज़ी का मौका देकर एक बड़े स्कोर का पीछा करने का जोखिम उठाएंगे। शायद उठा भी सकते हैं क्योंकि भारतीय गेंदबाज़ी जिस लय में नज़र आ रही है वो अच्छी से अच्छी बैटिंग लाइनअप को बिगाड़ सकती है, पिछले दो मैचों में उसने ऐसा करके भी दिखाया है, रोहित को भरोसा होगा कि उनके गेंदबाज़ डिकॉक, डुसेन, मारक्रम और क्लासेन को काबू में रख सकेंगे , ऐसे में टॉस को लेकर रोहित उतना असमंजस में शायद नहीं होंगे जितना साउथ अफ्रीका के कप्तान। इस मैच में जहाँ भारतीय गेंदबाज़ी का इम्तेहान है वहीँ अफ्रीकन बल्लेबाज़ी का। देखना होगा कौन किसपर बाज़ी मारता है, टॉप पर रहने की जंग में कौन टॉप करता है?