टीम इंडिया के मिस्टर 360 डिग्री सूर्यकुमार जहाँ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीनों एकदिवसीय मैचों में गोल्डन डक हासिल कर जहाँ लोगों की आलोचना का केंद्र बन गए हैं वहीँ पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर उनके बचाव में उतर आये हैं. गंभीर के मुताबिक तीन लगातार शून्य बनाना कोई हैरानीं वाली बात नहीं, इससे खिलाडी की फार्म का कोई रिश्ता नहीं होता क्योंकि उस क्रिकेटर को गेंदे खेलने का मौका ही नहीं मिला तो फार्म का उससे क्या रिश्ता। गंभीर ने सही बात कही, क्योंकि सूर्यकुमार को सिर्फ तीन गेंदे खेलने को मिलीं और तीनों पर वो आउट हो गए, सच पूछिए तो उन्होंने एक भी गेंद नहीं खेली क्योंकी तीनों ही गेंदे या तो उनके पैड पर लगीं या फिर स्टंप पर.
समर्थन के अनेकों तर्क
सच ही है जब आप किसी का समर्थन करना चाहे तो आपके पास अनेकों तर्क होते हैं, गंभीर ने भी कुछ वैसे ही तर्क दिए. गंभीर ने कहा कि उनके साथ आईपीएल में ऐसा हुआ था, वो लगातार शून्य अपर आउट हुए थे और लोगों की आलोचना का शिकार भी, लेकिन उनका मानना है कि इससे उस खिलाडी की फॉर्म का कोई लेना देना नहीं होता, वो बस उसका बुरा दौर कहलाया जा सकता है क्योंकि उसे गेंदे खेलने का का मौका ही नहीं मिलता। इसे उस खिलाडी का सिर्फ दुर्भाग्य कहा जा सकता है.
यह एक बुरा दौर जो जल्द निकल जायेगा
गंभीर ने कहा कि हर किसी के जीवन में ये बुरा दौर आता है जो निकल जाता है, सूर्या का भी बुरा दौर निकला जाएगा। आज जो लोग उसे टीम से निकालने की बात कर रहे हैं कल उसकी तारीफ करते दिखेंगे। गंभीर ने कहा कि इससे पहले टी 20 में सूर्या ने काफी रन बनाये हैं. मैं उनकी फॉर्म को खराब तब मानता जब उन्होंने 40 50 गेंदे खेली होती और रन नहीं बन रहे होते लेकिन यहाँ पर उनका सामना तीन बेहतरीन गेंदों से हुआ. इसे आप एक संयोग और सूर्यकुमार का दुर्भाग्य कह सकते हैं.