लीजेंड्स लीग क्रिकेट का फाइनल दोहा में वर्ल्ड जायंट्स और एशिया लायंस के बीच खेला गया, जिसे शाहिद अफरीदी की कप्तानी वाली टीम एशिया लायंस ने 7 विकेट से जीता। वर्ल्ड जायंट्स ने पहले खेलते हुए निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 147 रन बनाए, जिसके बाद एशिया लायंस ने 3 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। श्रीलंका उपुल थरंगा और तिलकरत्ने दिलशान ने 100 रनों से भी ज़्यादा की साझेदारी कर टीम को आसानी से जीत के करीब पहुंचा दिया, दोनों ही बल्लेबाज़ अपनी फिफ्टी पूरी करने के बाद आउट हुए.
थरंगा-दिलशान बने स्टार
उपुल थरंगा टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे जिन्होंने चार पचासों की मदद से 222 रन बनाये, उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ घोषित किया गया. रन बनाने वालों में दुसरे नंबर पर भारत के गौतम गंभीर रहे जो इंडियन महाराजा के कप्तान थे, गंभीर ने 217 रन स्कोर किये। वहीँ सात विकेट लेकर पाकिस्तान के सोहेल तनवीर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने, हरभजन सिंह ने 6 विकेट निकाले। बांग्लादेश के अब्दुर्रज़्ज़ाक़ को फाइनल में शानदार गेंदबाज़ी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच घोषित किया गया. इंडियन महाराजा की टीम अपने चार मैचों में से एक मैच जीत सकी. ये कामयाबी उसे एशिया लायंस के खिलाफ मिली थी.
कालिस ने खेली सबसे बड़ी पारी
फाइनल में वर्ल्ड जायंट्स की टीम ने 4 विकेट खोकर 147 रन बनाये। टीम की शुरुआत काफी खराब रही और 19 रनों पर तीन विकेट निकलने के बाद जैक कालिस ने आकर मोर्चा संभाला और रॉस टेलर (३२) के साथ 90 रनों से भी ज़्यादा की साझेदारी की. कालिस ने 54 गेंदों पर 78 रनों की आक्रमक पारी खेली, जिसमें पांच चुके और तीन छक्के शामिल रहे. अब्दुर्रज़ाक ने सिर्फ चार ओवरों में 14 रन देकर 2 विकेट हासिल किये। जवाब में एशिया लायंस के उपुल थरंगा और तिलकरत्ने दिलशान ने 115 रनों की साझेदारी कर मैच को एकतरफा बना दिया। एशिया लायंस ने 16.1 में तीन विकेट पर 148 रन बनाकर खिताबी जीत हासिल कर ली. थरंगा ने 57 और दिलशान ने 58 रनों की पारी खेली।