उसके हाथों उसके लिव इन पार्टनर की हत्या हुई. उसने कहा कि यह सोची समझी साज़िश नहीं थी. वहीँ अदालत ने आफताब की पुलिस रिमांड को चार दिन के लिए और बढ़ा दिया है. आफताब ने कहा कि घटना को काफी समय हो गया है इसलिए उसे अभी ठीक से सब याद नहीं आ रहा, लेकिन वह पुलिस को जैसे जैसे सारी बातें याद आती जाएँगी बताता जायेगा, उसने अदालत से कहा कि वह जांच में पुलिस का पूरी तरह से सहयोग कर रहा है.
गुरुग्राम DLF फेज 3 की झाड़ियो में फेंकी थी आरी
आफताब ने कहा कि उसने कहाँ कहाँ श्रद्धा के शरीर के टुकड़े फेंके, इसकी जानकारी दे दी है, श्रद्धा के सर को उसने तालाब में फेंका था जिसका पता उसने बता दिया है, उसने पुलिस को तालाब का मैप भी बनाकर दिया है. अदालत को उसने बताया कि उसने श्रद्धा के शरीर को काटने के लिए आरी खरीदी थी लेकिन कहाँ से खरीदी थी यह अभी उसे याद नहीं आ रहा है. हालाँकि उसने यह ज़रूर बताया कि आरी और ब्लेड को उसने गुरुग्राम की DLF फेज 3 की झाड़ियो में फेंका है जबकि चापड़ को उसने महरौली के एक कूड़ेदान में फेंका है.
पुलिस को अब भी नहीं मिले हैं पुख्ता सबूत
आरी और ब्लेड की खोज में दिल्ली पुलिस की टीम 2 बार गुरुग्राम में झाड़ियो को छान चुकी है. वहां उसे कुछ मिला है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन उन झाड़ियों से कुछ सामान तो लेकर दिल्ली पुलिस निकली ज़रूर थी, कहा जा रहा है कि वहां से उसे जो भी मिला था उसे CFSL जांच के लिए भेजा गया है. हत्या में इस्तेमाल हथियार के अलावा पुलिस को और भी कई महत्वपूर्ण सबूत नहीं मिले हैं. बता दें कि पुलिस को आफताब की बताई जगह पर महरौली के जंगल में इंसानी जबड़े जैसी हड्डी मिली हैं, पुलिस उसकी जांच करा रही है कि यह जबड़ा श्रद्धा का है या फिर किसी और का.