भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास दिसंबर में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद अपने वर्तमान पद पर बने रह सकते हैं। मामले से अवगत उच्च पदस्थ लोगों के अनुसार, शक्तिकांत दास को एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें तीन साल का पूरा कार्यकाल मिलेगा या फिर छोटा विस्तार होगा। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 12 दिसंबर को अपना वर्तमान कार्यकाल समाप्त होने के बाद वे दो और साल तक पद पर बने रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक शक्तिकांत दास के संभावित तीसरे कार्यकाल के लिए सरकार विचार कर रही है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। शक्तिकांत दास को गवर्नर के रूप में फिर से नियुक्त करने के लिए वित्त मंत्रालय की ओर से एक सिफारिश कैबिनेट की नियुक्ति समिति को भेज दी गई है। इस मामले पर अंतिम निर्णय जल्द ही होने की उम्मीद है। खा जा रहा है कि चूंकि महाराष्ट्र और झारखंड में राज्य चुनावों के लिए हाल ही में आचार संहिता लागू थी इसलिए इससे दास को आरबीआई गवर्नर के रूप में फिर से नियुक्त करने की प्रक्रिया में देरी हो रही थी। लेकिन अब दोनों राज्यों के चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद नियुक्ति पर अंतिम फैसला एक या दो सप्ताह में होने की उम्मीद है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति प्रधानमंत्री कार्यालय का हिस्सा है, जो आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति को संभालती है। अगर दास को फिर से नियुक्त किया जाता है, तो वह दूसरे आरबीआई गवर्नर होंगे जिनका कार्यकाल दो बार बढ़ाया गया है। अगर उन्हें एक साल से अधिक का विस्तार मिलता है, तो वह सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले आरबीआई प्रमुखों में से एक बन जाएंगे। दास ने गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल का स्थान लिया और 12 दिसंबर, 2018 को पदभार ग्रहण किया। दिसंबर 2021 में गवर्नर के रूप में तीन साल पूरे करने के बाद उन्हें दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया।