संजय मल्होत्रा ने बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला। RBI गवर्नर का पद उनके पूर्ववर्ती शक्तिकांत दास के कार्यकाल के 10 दिसंबर को समाप्त होने के बाद खाली हुआ था।
‘Peacetime general,’ कहे जाने वाले संजय मल्होत्रा ने ऐसे समय में मिंट स्ट्रीट मुख्यालय में कार्यभार संभाला है जब भारत की अर्थव्यवस्था के स्थिर होने का दावा किया जा रहा है। हालाँकि इसपर अर्थशास्त्रियों में मतभेद है, फिलहाल निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती को लेकर लोगों में गहरी दिलचस्पी है, क्योंकि आम लोगों की मंहगाई से कमर टूटी जा रही है. आज से ही सीमेंट के दामों में 10 रूपये से लेकर 40 रूपये प्रति बोरी तक दाम बढ़ गए हैं.
संजय मल्होत्रा आज से अपना तीन साल का कार्यकाल शुरू कर रहे हैं, वो केंद्रीय बैंक का कार्यभार संभालने वाले लगातार दूसरे करियर सिविल सेवक हैं। इससे पहले वे राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत थे। 56 वर्षीय संजय मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह सरकारी ग्रामीण विद्युतीकरण निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं और कर संग्रह में हाल ही में उछाल हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
नए आरबीआई गवर्नर ने आईआईटी-कानपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है तथा उनके पास अमेरिका के प्रिंसटन विश्वविद्यालय से सार्वजनिक नीति में स्नातकोत्तर की डिग्री है।