अपनी हालिया नस्लवादी टिप्पणियों के कारण बड़ी प्रतिक्रिया के कुछ घंटों बाद, सैम पित्रोदा ने बुधवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।उनका इस्तीफ़ा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वीकार कर लिया है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर जानकारी दी कि पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इस्तीफ़ा दिया है और कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके फैसले को स्वीकार कर लिया है। रमेश की पोस्ट को पित्रोदा ने अपने आधिकारिक हैंडल से रीट्वीट किया।
यह इस्तीफा पित्रोदा की उस टिप्पणी के कुछ घंटों बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के पूर्वी हिस्सों के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, जबकि दक्षिण के लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं, जिससे राजनीतिक भूचाल आ गया।
पित्रोदा के इस बयान को लेकर आज प्रधानमंत्री मोदी ने आक्रामक होकर कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। प्रधानमंत्री ने इस बयान को देश का अपमान बताया। प्रधानमंत्री के इस आक्रामक रुख के बाद कांग्रेस ने फ़ौरन ही इस बयान की निंदा की और इसे पित्रोदा का अपना मत बताया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पित्रोदा की टिप्पणी ने उन्हें “गुस्से से भर दिया” और कहा कि देश के लोग त्वचा के रंग के आधार पर अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने एक रैली में कहा, “मुझे पता चला कि अमेरिका में एक अंकल हैं जो ‘शहजादा’ (राहुल) के दार्शनिक मार्गदर्शक हैं और क्रिकेट में तीसरे अंपायर की तरह यह ‘शहजादा’ भी तीसरे अंपायर से सलाह लेता है।”
वैसे अतीत में भी, पित्रोदा द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों से कांग्रेस को परेशानियों का सामना करना पड़ा है. पिछले महीने ही, पित्रोदा ने अमेरिका में कुछ राज्यों द्वारा लगाए गए विरासत कर को एक “दिलचस्प विचार” कहा था। पीएम मोदी और कई भाजपा नेताओं ने पित्रोदा की टिप्पणियों का फायदा उठाते हुए कांग्रेस के खिलाफ अपने संपत्ति छीनकर मुसलमानों में बाँट देने की बात कही थी.