जयपुर। पार्टी विरोधी होने के आरोपों के बीच अपनी ही सरकार से नाराज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने आज ‘अनशन’ रखा। पायलट वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध मौन व्रत रखे हुए थे। देर शाम सचिन पायलट ने अनशन खत्म कर दिया। अनशन के बाद सचिन पायलट बोले-सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ आंदोलन किया था। 4 साल में कार्रवाई की उम्मीद थी, लेकिन नहीं हुई। लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं, कार्रवाई होगी । पायलट बोले-कर्नाटक में बीजेपी की 40 प्रतिशत की सरकार है। जनता उन्हें चुनाव में बाहर कर देगी।
सचिन पायलट ने लगाए आरोप
सचिन पायलट कांग्रेस प्रभारी रंधावा के वक्तव्य पर बोले कि रंधावा जी कुछ महीने पहले ही प्रभारी बने हैं। मैंने जब पत्र लिखा तब अजय माकन प्रभारी थे। उन्हें सभी पत्रों की जानकारी दी गई थी। पायलट ने कहा- हमने बीजेपी के करप्शन को हर राज्य में उजागर किया है। ऐसे में उम्मीद है, कि दीमक की तरह खोखला करने वाले करप्शन को हम खत्म करेंगे। पायलट ने कहा – कांग्रेस पार्टी में मुझे 22 साल से जो दायित्व मिला, वह मैंने पूरा किया है। मेरा मुद्दा पब्लिक में है, नया नहीं है। मैंने सीएम को दो बार पत्र लिखा, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
सुबह 11 बजे से 4 बजे तक चला अनशन
सचिन पायलट अनशन सुबह 11 से शाम 4 बजे तक करीब 5 घंटे जयपुर के शहीद स्मारक पर चला। आखिर में अलग–अलग धर्मों के प्रतिनिधियों ने पायलट का अनशन तुड़वाया। इससे पहले उन्हें उपरना, दुपट्टा और माला भी पहनाए गए। अनशन में साथ देने के लिए पायलट ने सभी समर्थकों का आभार जताया है।
ये हुआ पायलट के अनशन का असर
सचिन पायलट के अनशन का असर हुआ। अब वसुंधरा राजे की पिछली बीजेपी सरकार के घोटालों की जांच की मांग और सीएम अशोक गहलोत को लिखे गए पत्रों के मामले में कांग्रेस प्रभारी महासचिव जयराम रमेश जल्द ही से एक स्टेटमेंट जारी करेंगे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने AICC दिल्ली में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए यह बात 3 बार दोहराई। उन्होंने इस मुद्दे पर खुद कोई स्टेटमेंट नहीं दिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए खेड़ा ने कहा कि आपके सवाल हमारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के विषय से असंबंधित हैं। सचिन पायलट के अनशन पर वसुंधरा राजे और ओम प्रकाश माथुर समेत कई बीजेपी नेताओं की नजर रही।