भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। विदेश मंत्रालय ने रविवार को इस बात की पुष्टि की कि जयशंकर को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ट्रंप-वेंस इनॉगरल कमेटी से निमंत्रण मिला है।
केंद्र ने एक बयान में कहा, “ट्रंप-वेंस इनॉगरल कमेटी के निमंत्रण पर, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप के संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पिछले महीने, जयशंकर आने वाले ट्रंप 2.0 प्रशासन के बीच उच्च स्तरीय जुड़ाव की शुरुआत करने के लिए अमेरिका में थे। 24-29 दिसंबर तक अमेरिका की अपनी छह दिवसीय यात्रा में, जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सहित निवर्तमान जो बिडेन प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारियों से भी मुलाकात की और पिछले चार वर्षों में अमेरिका-भारत साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। वैसे राजनीतिक हलकों में तो यह खबर है कि एस जयशंकर अमेरिका इसलिए गए थे ताकि ये सुनिश्चित कर सकें कि ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आधिकारिक तौर से निमंत्रण भेजा जाय. हालंकि ऐसा हुआ नहीं और निमंत्रण सिर्फ विदेश मंत्री एस जयशंकर को भेजा गया.
नवंबर 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जनादेश जीतने वाले डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी बार ओवल ऑफिस के लिए शपथ लेंगे। उनके डिप्टी जेडी वेंस भी संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस ने 6 जनवरी को नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत को प्रमाणित किया, जिससे उस महीने के अंत में व्हाइट हाउस में उनकी वापसी के लिए अंतिम बाधा दूर हो गई। बता दें कि शपथ ग्रहण से पहले डोनाल्ड ट्रम्प को अमरीका की टॉप कोर्ट ने हश मनी मामले में कोई सजा न सुनाते हुए अपराधी घोषित किया है. इसलिए डोनाल्ड ट्रम्प अमरीका के ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिनपर अपराध साबित हुआ है.