अखिलेश यादव से शिवपाल के हाथ मिलाने पर योगी सरकार अब एक्शन में आ गयी है. यादव फैमिली की एकजुटता उसे पसंद नहीं आ रही है और यही वजह है कि उसकी निगाहें प्रस्पा प्रमुख पर टेढ़ी हो गयी हैं। पहले शिवपाल यादव की सुरक्षा में कमी की गयी और अब रिवर फ्रंट घोटाले के जीन को बोतल से बाहर निकालने की तैयारी हो रही.
सीबीआई ने जाँच के लिए सरकार से मांगी मंज़ूरी
जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने सरकार से रिवर फ्रंट मामले में शिवपाल यादव को लेकर जांच की मंज़ूरी मांगी है, पता चला है कि इस मामले में शिवपाल और दो अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है. सीबीआई इस मामले में शिवपाल की क्या भूमिका है इसकी जांच करना चाहती है. सरकार से अनुमति मिलने के बाद रिवर फ्रंट का जिन्न फिर बाहर आ सकता है. बता दें कि रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट उस वक्त के सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव की देखरेख में हुआ था, इसे शिवपाल का ड्रीम प्रोजेक्ट भी बताया जाता है.
साबरमती से अच्छा रिवर फ्रंट बनाकर गलती की
वहीँ इस मामले में मैनपुरी उपचुनाव में व्यस्त सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें कोई ऐतराज़ नहीं। सीबीआई जांच करे या ED, क्योंकि सबकुछ पारदर्शी तरीके से हुआ और प्रोजेक्ट को लेकर हर फैसला कैबिनेट में लिया गया. अखिलेश ने कहा कि उनसे यही गलती हुई कि साबरमती से अच्छा रिवर फ्रंट बना दिया। अखिलेश ने कहा कि भाजपा का काम सिर्फ झूठ बोलना है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उद्घाटन के दूसरे दिन ही ढह गया, उसकी जांच कब होगी? अखिलेश ने कहा कि भाजपा को सिर्फ नफरत का खेल खेलना आता है, वो सीबीआई और ED को लेकर तब आती है जब किसी चुनाव में उसे हार नज़र आने लगती है.