पलटूराम के रूप में मशहूर जेडीयू अध्यक्ष नितीश कुमार ने एक फिर गुलाटी मारते हुए 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. नितीश कुमार एक ही दिन में वर्तमान से पूर्व और फिर वर्तमान मुख्यमंत्री बन गए। आज सुबह ही उन्होंने महागठबंधन या फिर कहिये कि राजद से नाता तोड़कर राज्यपाल को इस्तीफ़ा दिया और सरकार भंग करने की सिफारिश की और शाम को भाजपा के साथ मिलकर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. नितीश कुमार के साथ भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं.उनके अलावा 6 और विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. जय श्रीराम के नारे से शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और चिराग पासवान भी शामिल हुए.
नितीश कुमार, सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा बिजेंद्र प्रसाद यादव, डॉक्टर प्रेम कुमार, सुमित सिंह, श्रवण कुमार, संतोष सुमन और विजय चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली है. बता दें कि संतोष सुमन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैं. जेडीयू और बीजेपी के कोटे से तीन तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है. जीतन राम मांझी ने दो कैबिनेट मंत्री की मांग की थी, अभी एक पूरी हुई है. राजद ने पहले जीतन मांझी को मुख्यमंत्री पद ऑफर किया था मगर उन्होंने कहा था जहाँ NDA वहां HAM.
मंत्री पद की शपथ लेने वालों में विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार जनता दल यूनाइटेड के विधायक हैं. भाजपा से विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार मंत्री बनाये गए हैं, दोनों डिप्टी सीएम भाजपा के हैं. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को भी कैबिनेट में जगह मिली है. बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार ने आज सुबह राज्यपाल राजेन्द्र वी आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा दिए जाने को लेकर नीतीश ने कहा कि सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था, पार्टी के लोग भी नाराज़ थे इसलिए उनकी राय से ही ये फैसला लिया गया.