RBI MPC Meet: रिजर्व बैंक की तीन दिन चलने वाली MPC बैठक आज शुरू हो गई है। इस बार एमपीसी बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने की उम्मीद की जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन चलने वाली बैठक आज बुधवार को शुरू हुई है। माना जा रहा है कि एमपीसी इस बार नीतिगत दर रेपो को स्थिर रख सकती है। इसका प्रमुख कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में GDP (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर का उम्मीद से अधिक होना और मुद्रास्फीति में नरमी मानी जा रही है।
8 दिसंबर को होगा ब्याज दरों का एलान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास एमपीसी के निर्णय की घोषणा आठ दिसंबर को करेंगे। एमपीसी से उम्मीद के बारे में ICRA प्रमुख अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में GDP आंकड़ा मौद्रिक नीति समिति के पिछले अनुमान से अधिक है। हालांकि, खाद्य मुद्रास्फीति से संबद्ध विभिन्न पहलुओं को लेकर चिंता बनी है।
ब्याज दरों को यथावत रखा जा सकता है
उन्होंने कहा, “इन सबको देखते हुए अनुमान है कि एमपीसी दिसंबर, 2023 की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बाद लिए गए नीतिगत निर्णय में ब्याज दर को यथावत रखा जा सकता है। हालांकि, मौद्रिक नीति का रुख आक्रामक हो सकता है। RBI ने पिछली चार मौद्रिक नीति समीक्षाओं की बैठक में रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अंतिम बार फरवरी में रेपो दर को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया था। इसके साथ रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक आपूर्ति बाधित होने से महंगाई बढ़ने के कारण मई, 2022 से शुरू हुआ नीतिगत दर में वृद्धि का सिलसिला रूका हुआ है।