अमित बिश्नोई
अर्जेंटीना ने भले ही पेनाल्टी शूट आउट में विगत चैंपियन फ्रांस को हराने में कामयाबी हासिल की लेकिन यह मुकाबला एक तरह से अर्जैंटीना और फ्रांस के Mbappe के बीच कहा जा सकता है क्योंकि अर्जेंटीना की जीत में जहाँ मेसी का साथ टीम के दूसरे साथियों ने भी भरपूर तरीके से दिया, फिर वो चाहे रेगुलर टाइम हो, एक्स्ट्रा टाइम हो या फिर पेनाल्टी शूट आउट लेकिन फ्रांस के लिए तो Mbappe अकेले ही मुकाबला करते नज़र आये. जहाँ तक उनका बस चल सकता था उन्होंने अर्जेंटीना को जीतने नहीं दिया लेकिन पेनाल्टी शूट आउट में चीज़े उनके बस में नहीं थीं. उनके पास एक मौका था जो उन्होंने भुना लिया, अब साथी खिलाडी पेनाल्टी मिस करते गए तो इसमें Mbappe कुछ नहीं कर सकते थे यही वजह रही कि मैच के बाद सबसे निराश वही नज़र आये, बावजूद इसके कि उन्हें गोल्डन बूट अवार्ड भी मिला।
चेहरे पर झलक रही थी निराशा
इसे अगर Mbappe का फाइनल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। भाग्य शायद अर्जेंटीना पर मेहरबान था वरना अनुभव के मामले फ्रांस का गोलकीपर अर्जेंटीना पर काफी भारी था लेकिन कल रात उसका पूर्वानुमान बार बार गलत साबित हुआ, यहाँ तक कि मेसी की लगाई कमज़ोर किक भी गोल में बदल गयी. पूरी अवार्ड सेरेमनी के दौरान Mbappe जितना निराश फ्रांस का कोई भी खिलाड़ी कोच, सपोर्ट स्टाफ नज़र नहीं आया यहाँ तक फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन भी .
भविष्य Mbappe का है
Mbappe को निराश होने की ज़रुरत नहीं, पूरे विश्व कप में आठ गोल दागकर उन्होंने दिखा दिया कि भविष्य उनका है, उम्र अभी उनके साथ है. यह मेसी के लिए लकी विश्व कप था जिसने उन्हें वर्ल्ड चैंपियन बना दिया लेकिन फाइनल मैच में निश्चित रूप से Mbappe मेसी पर भारी पड़े, लेकिन कहते हैं न कि जो जीता वही सिकंदर इसलिए कल मेसी मेसी के शोर में Mbappe कहीं खोते हुए नज़र आये लेकिन यह सिर्फ एकदिन की बात है, आने वाले दिन Mbappe के हैं यह फ़ुटबाल प्रेमी भी जानते हैं और वो भी. वैसे भी मेस्सी संभवतः संन्यास ले सकते हैं, अगले विश्व कप में निश्चित ही नहीं दिखेंगे इसलिए मेसी मैजिक के बाद Mbappe पावर देखने के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।