दालों का सेवन हमेशा से ही सेहत के लिए बहुत अच्छा माना गया है। चूंकि इनमें प्लांट-बेस्ड प्रोटीन होता है, इसलिए शाकाहारी लोगों को इन्हें अपने आहार का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। इनमें कैलोरी और फैट भी कम होता है। इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और बी कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं, जो आपके आहार को अधिक पौष्टिक बनाते हैं।
इसमें कोई शक नहीं कि दालों का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन इसके फायदे पाने के लिए इनका सही तरीके से सेवन करना जरूरी है। मसलन, अगर दालों को भिगोकर खाया जाए तो इन्हें पचाना काफी आसान हो जाता है। इसके साथ ही यह कई अन्य लाभ भी प्रदान करता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि दालों को कितनी देर तक भिगोकर रखना चाहिए-
दाल भिगोने के फायदे
दालों को भिगोने से ये जल्दी पक जाती हैं और गैस भी बच जाती है.
आपको पता है दालों को भिगोने से इसमें मौजूद फाइटिक एसिड और टैनिन निकल जाते है, जिसकी वजह से दालों के पोषक तत्व आपको आसानी से मिल जाते हैं।
दालों को भिगोने और पकाने से इन्हें पचाने में आसानी होती है।
दाल खाने के बाद पेट फूलने या गैस और एसिडिटी की समस्या हो तो भीगी हुई दाल खाएं। इससे आपकी समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।
दालों को भिगोना
अगर आप दालों को भिगोना चाहते हैं तो 30-60 मिनिट के लिये भिगो कर रख सकते हैं.
आपको बता दें कि पीली मूंग दाल , चना दाल, उड़द दाल और तुवर दाल को स्प्लिट दाल कहा जाता है.
ये दालें वास्तव में ऐसी किस्में हैं जो आधे में विभाजित होती हैं।
साबुत फलियाँ भिगोना
लोबिया, हरी मूंग की दाल और मोठ ये सभी साबुत फलियाँ होती है
ऐसी दालों को आसानी से अंकुरित भी किया जा सकता है।
अगर बात इनको भिगोने की करे तो , इनको अच्छी तरह से भीगने में छह से आठ घंटे तक का समय लगता है , इससे कम समय में ये अच्छे से नही भीग पाती है
बीन्स और छोले
बीन्स और छोले को अधिक समय तक भिगोने की आवश्यकता होती है।
सोयाबीन, राजमा, चने की दाल और काले चने आदि भी इसी श्रेणी में आते हैं।
अगर आप इसे बनाना चाहते हैं तो आपको इन्हें कम से कम 8 से 10 घंटे के लिए भिगो कर रखना होगा।
दालों को ठीक से कैसे भिगोएँ
अगर आप दालों को भिगोना चाहते है तो सबसे पहले दाल को एक बाउल में डालें और फिर उसमे पानी डालें।
अब इसे अपनी उंगलियों की मदद से धीरे-धीरे साफ करें और फिर पानी से धो लें।
दालों को भिगोने से पहले इसे 3-4 बार पानी से बदलते रहें।
इसके बाद आप बाउल में पानी और दाल डालें और फिर इसे भीगने के लिए छोड़ दें।