उत्तर प्रदेश में राम चरित मानस पर विवाद जहाँ राजनीतिक रंग लेता जा रहा हैं वहीँ योगी सरकार इस विवाद में भड़काने वाले लोगों के खिलाफ सख्त होती जा रही है. इस मामले में मुख्य निशाना पिछली भाजपा सरकार में मंत्री और अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हैं. मौर्य समेत 10 अन्य पर राम चरित मानस की प्रतियां जलाने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज है जिसमें पांच लोगों की गिरफ़्तारी भी हो चुकी है. इस मामले में लखनऊ के डीएम ने मामले में शामिल दो लोगों पर NSA भी लगा दिया है.
सत्येंद्र-सलीम के खिलाफ NSA भी लगा
जानकारी के मुताबिक जिन दो लोगों पर NSA लगाया गया है उनके नाम सत्येंद्र कुशवाहा और सलीम हैं. सलीम और सत्येंद्र समेत 10 लोगों के खिलाफ ग्रन्थ की प्रतियां जाने के आरोप में 29 जनवरी को मुकदमा दर्ज हुआ था. अब लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने उसमें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा भी जोड़ दी है. इनमें से पांच लोगों को 30 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था. ये सभी अखिल भारतीय OBC महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता बताये जा रहे हैं.
जारी हैं स्वामी प्रसाद मौर्य के हमले
नामजद FIR के बाद भी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इस मामले पर लगातार मुखर हैं और भाजपा के साथ हिन्दू संगठनों के अलावा उन साधू संतों पर लगातार हमले कर रहे हैं जो उनका विरोध कर रहे हैं और उनके खिलाफ तरह तरह के फरमान जारी कर रहे हैं. स्वामी प्रसाद ने अपने एक ट्वीट में कहा जातीय अपमान की पीड़ा से व्यथित होकर ही बाबा साहब ने कहा था कि ‘मैं हिंदू धर्म में पैदा हुआ लेकिन मैं हिंदू होकर मरूंगा नहीं, पैदा होना मेरे बस में नहीं मरना तो मेरे बस में है। और यही वजह कि 956 में नागपुर दीक्षाभूमि पर 10 लाख लोगों के साथ उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार किया।