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स्मृति ईरानी को ट्रोलर्स से बचाने राहुल गाँधी आगे आये

rahul gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को लोगों से आग्रह किया है कि वो लोग पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ “अपमानजनक भाषा” का इस्तेमाल करने से बचें। दरअसल राहुल गाँधी की ये टिप्पणी लुटियंस दिल्ली स्थित अपने आधिकारिक बंगले को खाली करने के बाद सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी को ट्रोल किए जाने के मद्देनजर आई है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री और राहुल गाँधी की धुर विरोधी स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव हार गयी, उन्हें गाँधी परिवार के भरोसेमंद किशोरी लाल शर्मा में भारी बहुमत से हराया। स्मृति ईरानी चूँकि अब सांसद नहीं रही हैं इसलिए उनसे सरकारी बांग्ला खाली कराया गया है जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनको लेकर तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं और मीम्स बन रहे हैं. बता दें की राहुल गाँधी की जब सदस्यता छीनी गयी थी और आनन् फानन उनसे सरकारी बांग्ला खाली कराया गया था तब स्मृति ईरानी ने कहा था कि ये तो नियम है, इसपर कांग्रेस पार्टी हायतौबा क्यों मचा रही है और अब उनसे बांग्ला खाली करा लिया गया है.

राहुल गाँधी अपने शोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि हार जीत तो जीवन में होती ही रहती है, इसलिए मैं सबसे आग्रह करता हूं कि स्मृति ईरानी या किसी भी नेता के प्रति अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने करने से बचें। राहुल गाँधी ने आगे कहा कि लोगों को अपमानित करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।

वहीँ राहुल गाँधी के इस सन्देश को भाजपा आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने सबसे कपटपूर्ण कमेंट बताया है. मालवीय ने कहा कि पहले तो एक महिला के ऊपर भेड़ियों का झुण्ड छोड़ दिया गया और अब इस तरह का बयान किसी बकवास से कम नहीं है. अमित मालवीय ने राहुल गाँधी को बालक बुद्धि बताते हुए कहा कि स्मृति ईरानी ने उन्हें अमेठी छोड़ने पर मजबूर कर दिया। बता दें कि स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गाँधी को लगभग 50 हज़ार वोटों से हराया था.

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