पटना के एक दिन के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गाँधी आज नीतीश कुमार सरकार पर ज़बरदस्त हमला बोला। उन्होंने बिहार सरकार द्वारा कराये गए जातिगत सर्वेक्षण लोगों को मूर्ख बनाने की कवायद बताया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जातिगत जनगणना की अपनी मांग पर कायम रहेगी, क्योंकि देश में विकास कार्यों की योजना बनाने के लिए ऐसी पहल जरूरी है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर देश में “संविधान को कमजोर करने और हाशिए पर पड़े समुदायों की उपेक्षा करने” का भी आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की ‘सच्ची आजादी’ वाली टिप्पणी “देश के संविधान के खिलाफ” है। यहां बापू सभागार में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया, मैंने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सामने नेताओं से स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारी पार्टी इसे किसी भी कीमत पर पारित करवाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि देश भर में जाति जनगणना यह पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण है कि नौकरशाही और अन्य क्षेत्रों में ओबीसी, दलित और श्रमिकों की कितनी भागीदारी है।
राहुल गाँधी ने यह भी दावा किया हम बहुसंख्यक लोगों के लाभ के लिए सीमा बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि देश का संविधान “सिर्फ एक किताब नहीं है” बल्कि “दलितों द्वारा सामना किए जाने वाले अत्याचारों और कठिनाइयों के बारे में बात करता है”। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की ‘सच्ची आजादी’ टिप्पणी पर बोलते हुए गांधी ने आरोप लगाया, “राम मंदिर के अभिषेक के बाद भारत की सच्ची आजादी के बारे में उनकी टिप्पणी संविधान के खिलाफ है। भाजपा और आरएसएस संविधान को कमजोर कर रहे हैं और हाशिए पर पड़े समुदायों की उपेक्षा कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राजनीतिक लड़ाई “संविधान को बचाने वालों और नफरत फैलाने वालों” के बीच चल रही है।