उद्योगपति अडानी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच दोस्ती के सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अडानी के मामले में छुपाने या डरने जैसा कुछ भी नहीं। वैसे मामला सुप्रीम के संज्ञान में चला गया है इसलिए एक सांसद होने के नाते मेरा इस बारे में बोलना ठीक नहीं है। दरअसल अमित शाह एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस बातचीत में उन्होंने अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी. बता दें कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी की कंपनियों के शेयरों में ज़बरदस्त गिरावट दर्ज हो रही है.
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री एक प्रोपेगंडा
कार्यक्रम में बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सच्चाई को बदला नहीं जा सकता। 2002 के गुजरात दंगों के बाद से मोदी जी को घेरने, उन्हें बदनाम करने के अनेकों प्रयास हो चुके है लेकिन वो हर मौके पर पाक साफ़ होकर निकले। देश की शीर्ष अदालत में भी उनके खिलाफ साज़िश करने वालों को मुंह की खानी पड़ी. यह डॉक्यूमेंट्री भी उसी प्रोपेगंडा का हिस्सा है लेकिन इससे मोदी जी की इमेज पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
देश की परंपरा को स्थापित करने में तकलीफ क्यों
नाम बदलने के विवाद पर उन्होंने कहा कि सरकार की यह नीयत कभी नहीं रही कि वो मुग़लों के या किसी और के योगदान को कमतर करे. हम तो देश की परंपरा को स्थापित करना चाहते हैं तो इसमें किसी को आपत्ति क्यों हो रही है. हमारी सरकार ने जिन शहरों और स्थानों के नाम बदले हैं बहुत सोच समझकर बदले हैं और नियमों के तहत बदले हैं. अमित शाह ने त्रिपुरा में पिछली बार से ज़्यादा सीटें हासिल करने का दावा किया। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा राजस्थान, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भी सरकार बनाएगी।