पुणे टेस्ट का आज सिर्फ दूसरा ही दिन था और ढाई पारियां निपट चुकी हैं. दूसरे दिन के खेल के ख़त्म होने पर मेहमान न्यूज़ीलैण्ड की टीम के पांच विकेट आउट हो चुके हैं और वो 198 रन बना चुकी है, पहली पारी की 103 रनों की बढ़त को अगर जोड़ दें तो भारत पर 301 रनों की लीड हो चुकी है और अभी ब्लैक कैप्स के पास पांच विकेट शेष हैं, देखना होगा कि खेल के तीसरे दिन वो अपने स्कोर में और कितने रन्स जोड़ पाते हैं यानि भारत को कितना बड़ा लक्ष्य दे पाते हैं. ये लक्ष्य 400 के अंदर का होगा या फिर 400 रनों के पार का होगा, ये भारतीय गेंदबाज़ों पर निर्भर करता है कि वो मेहमान टीम को कल कितनी जल्दी समेटते हैं.
वैसे दो दिनों के खेल के बाद ये तय हो चूका है कि पुणे टेस्ट में इतिहास बनने वाला है फिर वो चाहे न्यूज़ीलैण्ड की तरफ से बने या फिर भारत की तरफ से. न्यूज़ीलैण्ड अब तक भारत के खिलाफ उसकी सरज़मीं पर टेस्ट शृंखला नहीं जीत सका है, उसके पास पुणे टेस्ट में इतिहास रचने का सुनहरा मौका है, अभी तक हालात उसी के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं, वहीँ भारत ने अगर पुणे टेस्ट में पलटवार करते हुए कामयाबी हासिल कर ली तो वो भी एक इतिहास ही होगा। भारत में ऐसा करने का दम है, वो पहले भी चार बार ऐसा कर चूका है जब 300+ के लक्ष्य को उसने कामयाबी से हासिल किया है. आखरी बार उसने ऐसा कारनामा 2021 में ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कर दिखाया था. तब ऑस्ट्रेलिया ने 328 रनों का भारत को लक्ष्य दिया था और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली टीम कंगारुओं को हैरान कर दिया था.
निश्चित अंतिम पारी में 300+ का लक्ष्य किसी भी टीम के लिए एक मुश्किल टारगेट होता है लेकिन असंभव नहीं। यहाँ पर देखने वाली बात ये होगी कि लक्ष्य कहीं ज़्यादा बड़ा न हो जाय. वैसे मैच के दूसरे दिन वाशिंगटन सूंदर एकबार फिर अपनी लय में हैं और गिरने वाले पांच में से चार विकेट हासिल कर चुके हैं, इस मैच में सुन्दर अबतक 11 विकेट हासिल कर चुके हैं, ये उनके टेस्ट कैरियर का अबतक का सबसे शानदार प्रदर्शन है. दिलचस्प बात ये हैं न्यूज़ीलैण्ड के आउट होने वाले सभी 15 बल्लेबाज़ों को ऑफ स्पिनर्स ने ही आउट किया है. सुन्दर के खाते में 11 और आश्विन के खाते में चार विकेट हैं.