संविधान को अपनाए जाने की 75वीं वर्षगांठ पर लोकसभा में बहस में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि संविधान एक ऐसा ‘सुरक्षा कवच’ है जो देशवासियों को सुरक्षित रखता है। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर पिछले 10 सालों में इस कवच को तोड़ने का हरसंभव प्रयास करने का आरोप लगाया। प्रियंका वाड्रा ने आज सदन में अपने पहले भाषण में संविधान पर लम्बी बात की, उन्होंने कहा कि देश का संविधान देशवासियों के लिए एक ‘सुरक्षा कवच’ है लेकिन यह बहुत दुखद है कि सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के सहयोगियों ने पिछले 10 सालों में इस कवच को तोड़ने का हरसंभव प्रयास किया है।
प्रियंका वाड्रा ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कि सरकार लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए वाड्रा ने कहा कि अगर ये नतीजे लोकसभा में नहीं आते तो वे संविधान को बदलने का काम शुरू कर देते। उन्होंने कहा, आज सत्ताधारी पार्टी बार-बार संविधान की बात कर रही है क्योंकि इस चुनाव में यह साफ हो गया कि देश की जनता ही संविधान को सुरक्षित रखेगी। इस देश में संविधान बदलने की बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कांग्रेस द्वारा जाति जनगणना की मांग का जिक्र करते हुए वायनाड सांसद ने कहा, आज जनता जाति जनगणना की मांग कर रही है। यह जरूरी है क्योंकि इससे पता चल सकेगा कि देश में किसकी क्या स्थिति है और उसके हिसाब से नीतियां बनाई जा सकेंगी। अरबपति कारोबारी गौतम अडानी से जुड़े मुद्दे का जिक्र करते हुए प्रियंका वाड्रा ने कहा, देश देख रहा है कि कैसे एक व्यक्ति को बचाने के लिए देश की जनता की उपेक्षा की जा रही है। सारे कारोबार, सारे संसाधन, सारी संपत्ति, सारे अवसर एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। देश के बंदरगाह, एयरपोर्ट, सड़कें, रेलवे और सरकारी कंपनियां एक ही व्यक्ति को दी जा रही हैं। आज आम लोगों में यह धारणा बन रही है कि सरकार केवल अडानी के मुनाफे के लिए काम कर रही है।