राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी केंद्रीय बजट एक दूरदर्शी दस्तावेज होगा। बजट में सभी सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाने का प्रावधान किया जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि आगामी सत्र में नई सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करेगी। यह बजट सरकार की दूरगामी नीति और भविष्य के विजन का प्रभावशाली दस्तावेज होगा। इस बजट में सरकार की ओर से बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले देखने को मिलेंगे और कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत कई क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। अगर डिजिटल भुगतान के मामले में भारत दुनिया में अच्छा प्रदर्शन करता है तो हमें गर्व होना चाहिए। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि ‘सुधार, प्रदर्शन और बदलाव’ के बल पर भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है। 10 साल में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। और यह तब संभव हुआ है जब कोविड-19 महामारी और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष जारी हैं, जिसका असर विश्व अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में राष्ट्रहित में किए गए सुधारों और निर्णयों के कारण यह संभव हो पाया है।
उन्होंने कहा आज भारत वैश्विक विकास में 15% का योगदान देता है। मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है। बजट में सरकार से काफी उम्मीदें इस बार सरकार केंद्रीय बजट में कुछ श्रेणियों के व्यक्तियों के लिए आयकर दरों में कमी की घोषणा कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नए आयकर स्लैब की घोषणा की जा सकती है। व्यक्तिगत कर में कमी से अर्थव्यवस्था में खपत को बढ़ावा मिल सकता है और मध्यम वर्ग के लिए बचत बढ़ सकती है। ऐसी भी चर्चा है कि जिन व्यक्तियों की आय सालाना 15 लाख रुपये से अधिक है, उन्हें आयकर में राहत मिल सकती है। सरकार 10 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर आयकर स्लैब कम करने पर भी विचार कर सकती है।