प्रयागराज। प्रयागराज में बेखौफ बदमाशों ने गोली और बम चलाए। जिसमें उमेश पाल और उनके दो गनर की मौत हो गई। यूपी में फिल्मी स्टाइल में हुए इस शूट-आउट को देखकर लोग लॉ एंड आर्डर पर सवाल उठाने लगे हैं। सरकार खुद को कटघरे में खड़ा होते देख इस मामले की कमान अब दो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को दी।
इनमें एक हैं यूपी के लॉ एंड आर्डर ADG प्रशांत कुमार और दूसरे हैं एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश। एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश और लॉ एंड ऑर्डर एडीजी प्रशांत कुमार ने ऑपरेशन की कमान अपने हाथों में ले ली है। प्रशांत कुमार और अमिताभ यश दोनों प्रयागराज में डेरा डाले हैं। पुलिस हमलावरों के लोकेशन को ट्रेस कर रही है और उनके ठिकाने पर लगातार छापेमारी हो रही है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े तार
यूपी एसटीएफ ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सात ओरोपियों में से एक आरोपी अरबाज खान को मुठभेड़ में मार गिराया। उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रची गई है। प्रशांत कुमार और अमिताभ यश की अगुवाई में टीम तार जोड़ने में जुटी है।
सरकार के भरोसेमंद अधिकारी
जानकारी का कहना है कि दोनों IPS अधिकारी जो जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेते हैं। उसे अंजाम तक पहुंचाने के बाद दम लेंते हैं। इसी कारण से दोनों ही भरोसमंद IPS अधिकारी हैं। इतना ही नहीं सीएम क्या चाहते हैं और उनके दिमाग में क्या चल रहा है? इसको ये दोनों अधिकारी पहले समझ जाते हैं।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आईपीएस अमिताभ यश
बात करते हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और अपराधियों में खौफ का नाम आईपीएस अमिताभ यश। अमिताभ यश का बचपन थाने-चौकी में गुजरा। वें बड़े हुए तो दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ने जा पहुंचे। फिर आईआईटी पासआउट किया। बाद में अमिताभ यश 1996 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अफसर बन गए।
एसएसपी सहारनपुर, नोएडा, बुलंदशहर, बाराबंकी, जालौन में सेवाएं दीं। इस दौरान उनका सामना बदमाशों से हुआ तो उनके दिलों में खौफ पैदा कर दिया। यश हर जगह से आगे बढ़ते चले गए। आज अपर पुलिस महानिदेशक और यूपी पुलिस एसटीएफ के चीफ हैं।