राहुल गाँधी के भाषण के बाद ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी भी कांग्रेस नेता के साथ ही इन दिनों राजनीतिक रूप से चर्चा का केंद्र बनी हुई है, भाजपा नेता तो राहुल गाँधी के साथ ही कैम्ब्रिज युनिवर्सिटी को भी लपेटे में लिए हुए हैं. इसी हंगामे के बीच खबर आयी है कि भाजपा के बाग़ी तेवरों वाले सांसद और राहुल गाँधी के भाई वरुण गाँधी को ऑक्सफ़ोर्ड युनिवेर्सिटी से आमंत्रण आया था जिसमें उन्हें मोदी के भारत जैसे विषय पर बोलना था लेकिन वरुण गाँधी ने इस विषय को देखते हुए ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी के आमंत्रण को ठुकरा दिया।
नहीं पसंद आया विषय
ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी में ये कार्यक्रम अप्रैल-जून में होना था, वरुण गाँधी ने निमंत्रण ठुकराने की वजह विषय को बताया, उनके मुताबिक ये विषय पूर्वनिर्धारित निष्कर्ष के तहत तय किया गया था। भाजपा सांसद को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी यूनियन के अध्यक्ष मैथ्यू डिक के कार्यालय से ‘दिस हाउस बिलीव्स मोदीज इंडिया इज द राइट पाथ’ विषय पर बोलने के लिए निमंत्रण भेजा गया था। वरुण गांधी ने जवाब कहा कि उनका मानना है कि इस तरह के मुद्दों को भारत के भीतर ही उठाया जाना चाहिए। हालाँकि वरुण गाँधी ने ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी के इस आमंत्रण को एक सम्मान बताते हुए कहा कि संवाद को सक्षम बनाने का ये एक बेहतरीन मौका था.
विवाद से बचने की कोशिश
बता दें कि वरुण गाँधी अक्सर विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार की मुखर आलोचना करते आये हैं। कोरोना के दौरान मौतों का मुद्दा हो या फिर किसानों की बात, भाजपा सांसद ने कई बार अपनी ही पार्टी की सरकारों को कटघरे में खड़ा किया है। हालांकि इस बार उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी का आमंत्रण ठुकरा कर सरकार के साथ खड़े होने का संकेत दिया है. या ऐसा भी हो सकता है कि देश में इनदिनों उनके भाई राहुल गाँधी को लेकर भाजपा बहुत आक्रामक है तो ऐसे में वरुण ने आग में घी डालने से परहेज़ किया हो.