शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने शीर्ष अदालत में दाखिल अपने जवाबी हलफनामे में बागी शिंदे गुट पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए शिंदे गुट के विधायकों पर संवैधानिक पाप करने का आरोप लगाया है. अपने हलफनामें में उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार को ‘जहरीले पेड़ का फल’ बताया है जिसके बीज बागी विधायकों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में बोए गए थे.
उद्धव ठाकरे गुट ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट के विधायक अशुद्ध हाथ लेकर शीर्ष अदालत पहुंचे हैं. इन लोगों डिप्टी स्पीकर के खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन को लेकर झूठा बयान दिया. हलफनामे में कहा गया है कि बागी विधायकों ने अपनी पार्टी विरोधी गतिविधियों को छिपाने के लिए ‘असली सेना’ का चुनाव आयोग में दावा किया, उद्धव गुट ने कहा कि बागी विधायकों को महाराष्ट्र छोड़कर भाजपा शासित राज्य गुजरात में क्यों जाना पड़ा? इसके बाद एक अन्य भाजपा शासित राज्य असम की मेहमाननवाज़ी में क्यों रहना पड़ा, यह बात समझ से परे है . उद्धव ने कहा कि अगर उन्हें अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त था तो ऐसा करने की ज़रुरत क्यों पड़ी ?
उद्धव गट ने अपने हलफनामे में आरोप लगाया कि शिंदे ग्रुप के विधायकों ने झूठा नैरेटिव गढ़ा ताकि पार्टी विरोधी गतिविधियों को सही साबित किया जा सके और यह साबित किया जा सके कि NCP और कांग्रेस के शिवसेना के साथ गठबंधन से उनके वोटर नाराज हैं. जबकि ये विधायक MVA गठबंधन में ढाई साल तक मंत्री का सुख भोगते रहे और एनसीपी-कांग्रेस से गठबंधन पर कभी इस पर आपत्ति नहीं की. इन लोगों ने पहले कभी कार्यकर्ताओ में इसको लेकर विरोध की बात नहीं उठाई. अगर वो इस सरकार इतने ही परेशान थे तो कैबिनेट में शामिल ही नहीं होते.