केरल में भाजपा अपने पैर जमाने के लिए पिछले कई सालों से कोशिश कर रही है, भाजपा के साथ ही आरएसएस भी देश के सबसे पढ़े लिखे प्रदेश में अपने विस्तार में लगी हुई है. केरल में अबतक राजनीतिक रूप से लेफ्ट और कांग्रेस गठबंधन ही सरकार चलाते आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में भी यही दो गठबंधन सीटें जीतते हैं. केरल में चूँकि अल्पसंख्यकों की संख्या भारी है ऐसे में भाजपा का हिंदुत्व वाला कोई कार्ड नहीं चल पाता है, ऐसे भाजपा के लिए केरल से निकलकर आ रही एक खबर बड़ी राहत देने वाली है. खबर के अनुसार केरल की एक रोमन कैथोलिक चर्च ने लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ देने की बात कही है अगर पार्टी उनकी सिर्फ एक मांग मान ले.
रबर के दाम बढ़ाने की शर्त
रोमन कैथोलिक चर्च के आर्क बिशप मार जोसेफ पामप्लानी के अनुसार भाजपा अगर रबर व्यवसाइयों के हिट में रबर के दाम दोगुने करने की मांग को मान ले तो फिर चर्च अपने फॉलोवर्स से 2024 में भाजपा का समर्थन करने के लिए अपील कर सकती है. चर्च चाहती है कि रबर के दाम 300 प्रति किलोग्राम किये जायँ. उन्होंने कहा कि भाजपा अगर उनकी बात पर गौर किया तो चर्च भाजपा उम्मीदवारों जिताने के लिए अपने पूरे प्रभाव का इस्तेमाल करेगा और भाजपा की खुलकर पूरी मदद करेगा।
रबर बागानों पर है रोमन कैथोलिक किसानों का स्वामित्व
बता दें कि केरल के रबर बागानों पर अधिकांशतयः रोमन कैथोलिक किसानों का स्वामित्व है. केरल में रबर के दाम अभी 151 रूपये प्रति किलो हैं. रविवार को थालास्सेरी आर्क डाइसिस के सम्मलेन में आर्क बिशप का दिया गया ये बयान राज्य में एक राजनीतिक भूचाल ला सकता है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के दामाद और लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि वो जानकारी हासिल करेंगे कि आर्क बिशप ने ये बयान किस सन्दर्भ में दिया है. वहीँ माकपा के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने जोसेफ पामप्लानी के बयान पर कहा कि ऐसी किसी भी सोशल इंजीनियरिंग का केरल में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।