समाजवादी पार्टी के सबसे पढ़े लिखे माने जाने वाले नेता रामगोपाल यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच कल हुई मुलाकात सियासी गलियारों चर्चा का विषय बानी हुई है. कहा जा रहा था कि सपाइयों के खिलाफ दर्ज किये जा रहे मुकदमों और फ़र्ज़ी कार्रवाइयों को रुकवाने के लिए रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की. अब जाकर यह बात सामने आयी है कि राम गोपाल यादव दरअसल आम सपाइयों के लिए नहीं बल्कि विशेष सपाइयों पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव एवं उनके भाई जोगेंद्र सिंह यादव और उनके परिवार की पैरवी करने मुख्यमंत्री से मिलने गए थे. अब इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का बयान का सामने आया है.
शिवपाल यादव ने रामगोपाल यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाक़ात को लेकर सपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज़म खान और नाहीद हसन के मामलों की मुख्यमंत्री से पैरवी क्यों नहीं की गयी? यह भी सपा कार्यकर्त्ता ही हैं. जब योगी जी रामगोपाल मिले थे तो उन्होंने सिर्फ पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जोगेंद्र सिंह यादव का ही मामला क्यों उठाया, आज़म खान और नाहीद हसन का क्यों नहीं?
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बता दें कि पूर्व विधायक रामेश्वर यादव और उनके परिवार पर दर्जनों की संख्या में मुकदमे दर्ज हैं. दूसरी तरफ जोगेंद्र सिंह यादव जो कि रामेश्वर यादव के भाई हैं और उनकी पत्नी पर भी कई दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. इन सब पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है. रामगोपाल यादव इस परिवार को पुलिस कार्यवाही से बचाने की गुहार लगाने ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास कल गए थे. अभी यह साफ़ नहीं हुआ है कि रामगोपाल खुद योगी से मिलने गए थे या फिर अखिलेश यादव के कहने पर. बहरहाल आज़म खान और नाहीद हसन की बात उठाकर शिवपाल यादव ने रामगोपाल यादव को परेशानी में डाल ही दिया.