बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने लंदन में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के भाषण को स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह एक बहुत ही गंभीर मामला बताते हुए उनसे माफ़ी की मांग की है. नड्डा ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और दुनिया की कोई भी ताकत भारत की लोकतान्त्रिक विरासत को तनिक भी नुक्सान नहीं पहुंचा सकती। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर से जनता का भरोसा उठ गया है और देश से लगभग सफाया भी.
दुनिया कर रही है मोदी की तारीफ
नड्डा ने कहा कि इटली के प्रधानमंत्री हों, विश्व बैंक हो या IMF, सभी प्रधानमंत्री मोदी और उनके द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों की तारीफ कर रहे हैं. जर्मन चांसलर ने भारत के विकास को अविश्वसनीय बताया है, यूएई, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया सभी प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप की तारीफ कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गाँधी विदेश में जाकर देश का अपमान कर रहे हैं. नड्डा ने कहा कि देश की आज़ादी के बाद यह पहला मौका है जब किसी नेता ने भारत के खिलाफ कार्रवाई के लिए विदेशी ताकतों से आग्रह किया. नड्डा ने राहुल की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के आतंरिक मामलों में विदेश के हस्तक्षेप की मांग क्यों करते हैं.
राहुल और पाकिस्तान की भाषा एक जैसी
नड्डा ने कहा कि राहुल गाँधी की भाषा पाकिस्तान की जैसे है, जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी एक ही भाषा बोल रहे हैं? राहुल गाँधी ने देश का अपमान किया है , उन्हें देश से माफ़ी मांगनी ही होगी। बता दें कि राहुल से माफ़ी की मांग पर भाजपा देश की संसद को पिछले चार पांच दिनों से चलने नहीं दे रही. लोकसभा और राजयसभा की कार्रवाई शुरू होते ही राहुल से माफ़ी की मांग को लेकर भाजपा सांसद सदन में हंगामा करते हैं, विपक्ष भी पलटवार करता है और कार्रवाई स्थगित हो जाती है. विपक्ष पर अक्सर सदन की कार्रवाई न चलने देने का आरोप लगाने वाकई भाजपा सरकार अब खुद ही सदन नहीं चलने दे रही है. लोकतंत्र की ऐसी मिसाल बहुत कम ही देखने को मिलती है.