स्विस बैंक में जमा भारतीयों के काले धन की असलियत बताएं प्रधानमंत्री मोदी: प्रमोद तिवारी

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने राज्य सभा में स्विस बैंक में भारतीयों की धनराशि में हुई रिकाॅर्ड वढ़ोत्तरी के प्रकरण को ‘‘शून्यकाल’’ में उठाया। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार में आने के पहले देशवासियों से यह वायदा किया था कि विदेशों में इतना कालाधन जमा है कि यदि वह वापस आ जायेगा तो प्रत्येक व्यक्ति को 15- 15 लाख रुपये मिलेंगे। उस समय मोदी ने यह भी कहा था कि विदेशों में जमा यह कालाधन सरकार में बैठे लोगों का है, या फिर उनके संरक्षण में पलने वाले पूंजीपतियों का है, इसे वापस लाया जायेगा ।
प्रमोद तिवारी ने कहा है कि विदेशी बैंकों से कालाधन तो वापस नहीं आया बल्कि ‘‘मोदी सरकार’’ के राज में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन कई गुना बढ़ जरूर गया है । बड़े- बड़े दावे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी से जानना चाहता हूँ कि क्या यह धन सरकार में बैठे लोगों का है ? या उनके संरक्षण में पलने वाले पूंजीपतियों का है ? अथवा जो देश से पलायन कर गये हैं उनका है ।
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प्रमोद तिवारी ने कहा है कि स्विटजरलैण्ड के सेंट्रल बैंक द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय व्यक्तियों और फर्मो ने वर्ष 2021 में स्विस बैंकों में 3.83 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 30,500 करोड़ रुपये जमा किए, जो पिछले 14 साल के रिकाॅर्ड स्तर पर है, इसके अलावा भारतीय लोगों के बचत या जमा खातों में जमा राशि 4,800 करोड़ रुपये के रिकाॅर्ड स्तर पर पहुँच गई है । स्विस बैंक में भारतीयों का पैसा लगभग 50 प्रतिशत बढ़ा है, जमा रकम 14 साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है ।
प्रमोद तिवारी ने कहा है कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से जानना चाहता हूँ कि आखिर इसमें सच्चाई क्या है ? इसकी असलियत देश के सामने आनी चाहिए, वायदा कुछ और किया गया था और हो रहा है ठीक उसके उल्टा । पहले कालाधन आने पर 15- 15 लाख देने की बात की कही थी, यदि अब आ जाय तो कितना- कितना दिया जायेगा ?