भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने बजट को जन जन तक पहुँचाने की बात के साथ ही याद दिलाया है कि आम चुनाव में अब सिर्फ 400 दिन ही शेष बचे हैं ऐसे में सभी सांसदों को अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय हो जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने चुनाव जीतने का गुरुमंत्र देते हुए कहा कि अगर आप लोग क्षेत्र के लोगों से कनेक्ट रहेंगे, उनसे संवाद बनाये रखेंगे तो एंटी इनकंबेंसी पर आसानी से काबू पा सकते हैं. प्रधानमंत्री के इस गुरुमंत्र में कहीं न कहीं पार्टी सांसदों के लिए एक चैतावनी भी छिपी हुआ है क्योंकि प्रधानमंत्री के मुंह से एंटी इनकंबेंसी जैसी बात इससे पहले नहीं सुनी गयी.
बजट को बताने का दिया निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाकर बजट के बारे में लोगों से बात करें उन्हें समझाएं कि उनके लिए बजट में क्या है। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि यह बजट ऐसे समय में आया है जब पूरी दुनिया आर्थिक संकट से लड़ रही है। उन्होंने ऐसे मुश्किल समय में बजट लाने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ है, सभी लोगों का पूरा ख्याल रखा गया है. इस बजट को चुनावी नज़रिये से नहीं बनाया गया है.
यह चुनावी बजट नहीं
इससे पहले प्रधानमंत्री ने बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसने को कहा था, और वहां भी 400 दिनों की याद दिलाई थी. भाजपा संसदीय दल की बैठक में बजट पर बात करते हुए कहा कि यह अमृतकाल का बजट है, हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि इस बजट को जन जन तक पहुँचाया जाय. बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत से विषयों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि इसे चुनावी बजट कहने का साहस नहीं हुआ है. हालाँकि विपक्ष विशेषकर कांग्रेस पार्टी लगातार इसे चुनावी बजट कह रही है.