राजस्थान के भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण की 1111वीं जयंती समारोह में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की और इस मौके पर उन्होंने गुर्जर वोटों को साधने की कोशिश की. प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि गुर्जर युवाओं को इनका हक़ नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान् देवनारायण ने जो रास्ता दिखाया है वो सबके साथ और और सबके विकास का रास्ता है और केंद्र सरकार उसी रास्ते पर चल रही है. बता दें कि राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अभी हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए अपवित्र धर्म स्थलों को आज़ादी दिलाने की बात कही थी.
पीएम बनकर नहीं यात्री बनकर आया हूँ
प्रधानमंत्री इस मौके पर ये याद दिलाना नहीं भूले कि वो यहाँ प्रधानमंत्री बनकर नहीं बल्कि एक यात्री बनकर आये हैं. इस मौके पर उन्होंने लाल किले पर लिए गए पांच प्रणों की याद दिलाते हुए कहा कि उन प्रणों को लेने का उद्देश्य यही था कि देश गुलामी की मानसिकता से बाहर निकले, लोग देश के लिए अपने कर्तव्यों को याद रखे और अपनी विरासत पर गर्व करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान देवनारायण ने गौ सेवा को समाज के सशक्तिकरण का माध्यम बनाया था अब सरकार भी लगातार इस बारे में प्रयास कर रही है, बीते कुछ वर्षो से देश में गौ सेवा का भाव मज़बूत हुआ है.
75 सीटों पर है गुर्जर समुदाय का प्रभाव
प्रधानमंत्री ने जनकल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पिछले आठ सालों से समाज के उपेक्षितों और वंचितों को सशक्त करने का प्रयास कर रही है, उन्हें उनका हक दिला रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज लाभार्थियों को राशन, अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज मिल रहा है. घर-शौचालय, बिजली और गैस कनेक्शन की चिंता से लोगों को मुक्त कर दिया है। बता दें कि राजस्थान की करीब 75 सीटों पर गुर्जर समुदाय अपना प्रभाव रखता है.