चंडीगढ़: बजट सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक विरोध प्रदर्शन करते हुए पैदल विधानसभा पहुंचे। सभी विधायकों ने 3 कृषि कानूनों और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाथ में किसानों के समर्थन की तख्तियां लेकर पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को फौरन किसानों की मांग मानते हुए तीनों कानून वापिस लेने चाहिए। साथ ही एमएसपी की गारंटी का कानून बनाना चाहिए।
एपीएमसी एक्ट में एमएसपी की गारंटी जोड़ने वाला संशोधन विधेयक
उन्होंने कहा कि कांग्रेस बजट सत्र में एपीएमसी एक्ट में एमएसपी की गारंटी जोड़ने वाला संशोधन विधेयक लाना चाहती थी। लेकिन विधानसभा स्पीकर ने नियमों के विरुद्ध जाकर इस विधेयक को खारिज कर किया। स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए इस विधेयक को खारिज किया है, जबकि माननीय कोर्ट ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया।
एपीएमसी एक्ट राज्य का विषय
सदन की कार्रवाई के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एपीएमसी एक्ट राज्य का विषय है। प्रदेश की विधानसभा के पास इसमें संशोधन का पूर्ण अधिकार है। बावजूद इसके किसानहित के विधेयक को खारिज करने से सरकार की मंशा जगजाहिर हो गई है। इससे स्पष्ट है कि सरकार किसानों को एमएसपी देने से पीछे हट रही है।
कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव मंज़ूर
हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से दिया गया अविश्वास प्रस्ताव मंजूर हो गया है। 10 तारीख को इस पर बहस और वोटिंग होगी। इससे पता चल जाएगा कि कौन-सा विधायक किसानों के समर्थन में वोट करता है और कौन किसान विरोधी सरकार के समर्थन में।