Delhi Meerut Rapidx Rail Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता वाले खंड आज उद्घाटन किया है। पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेन चलेगी।
ट्रेन में स्कूली छात्रों से पीएम ने की बात
पीएम मोदी ने रैपिडएक्स ट्रेन में यात्रा के दौरान स्कूली छात्रों से बात की। वहीं एनसीईआरटीसी में काम करने वाले मजदूर पीएम के साथ सफर कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रैपिड रेल में एनसीईआरटीसी में काम करने वाले मजदूरों ने भी सफर किया। उनके साथ ट्रेन में स्कूली बच्चे सवार थे।
पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को किया रवाना
देश की पहली रैपिडएक्स ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले पीएम मोदी ने ऑनलाइन टिकट खरीदा और रैपिडएक्स ट्रेन के पहले यात्री भी बनें। उनके साथ ट्रेन में स्कूली बच्चों ने भी टिकट खरीदा।
यात्रियों की सहायता के लिए प्रीमियम कोच में तैनात सहायक
यात्रियों की सहायता के लिए प्रीमियम कोच में एक-एक सहायक तैनात रहेंगे। जरूरत के लिए यात्री इन्हें बुलाकर मदद ले सकेंगे। स्टैंडर्ड कोच में सहायक तैनात नहीं होंगे, लेकिन किसी आपात स्थिति में यात्री इन्हें बुला सकेंगे।
डिस्प्ले स्क्रीन पर दिखेगी ट्रेन की लोकेशन और गति
रैपिडएक्स ट्रेन के प्रीमियम कोच में दो डिस्प्ले स्क्रीन लगाई हैं। हवाई जहाज की तरह स्क्रीन में ट्रेन की गति की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। इसके अलावा ट्रेन की लोकेशन स्क्रीन पर दिखाई देगी। स्क्रीन पर देखकर पता चल सकेगा कि ट्रेन किस स्टेशन पर पहुंचने वाली है।
मरीजों के लिए रैपिडएक्स ट्रेन के कोच में स्ट्रेचर
देश की पहली सेमी हाईस्पीड में मरीजों के लिए स्ट्रेचर होगी। उनके लिए अलग स्थान चिह्नित किया गया है। पहली बार की गई इस व्यवस्था से मेरठ या गाजियाबाद से रेफर किए गए मरीजों को दिल्ली ले जाना और लाना आसान होगा। मेरठ से अक्सर मरीज दिल्ली के लिए रेफर किए जाते हैं। मेट्रो रेल समेत किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में अभी तक मरीजों को लाने-ले जाने की सुविधा नहीं है। ऐसे में मरीजों को लोग अपने निजी वाहनों से और गंभीर मरीजों को एंबुलेंस की मदद से दिल्ली के बड़े अस्पतालों में ले जाते हैं। रैपिडएक्स में यह सुविधा मौजूद होगी। दिल्ली में स्टेशन पर उतरकर एंबुलेंस की मदद से मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाया जा सकेगा।