पहाड़ी इलाकों पर इस समय आसमानी आफत का सितम गहराता जा रहा है, हिमाचल मे कालका-शिमला हाईवे पर पहाड़ी का दरकना, चंबा, कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर और कुल्लू जिले में बाढ़ आने की संभावना, उत्तरकाशी में बादल का फटना जैसी कई घटनाएं हमारे सामने हैं प्रकृति की मार से सभी बेहाल है।
उत्तराखंड में शनिवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से 61 सड़कें अब तक बंद हो गईं हैं। कई पेयजल लाइनों और सिंचाई नहरों को भी नुकसान पहुंचा है। (IMD) मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में औसत से ज्यादा बारिश की चेतावनी भी जारी की है। इधर भारी बारिश के मद्देनजर शासन ने आनें वाली आपदा की दृष्टि से एसडीआरएफ को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं। लोनिवि सड़कों पे जमा मलवे को हटाने के काम में जुटा है। प्रदेश में हो रही भारी बारिश के बाद भूस्खलन से सड़कों के अविरुध होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में रविवार को 61 सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह से बन्द रही। प्रदेश के कई इलाकों में देर शाम से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था और कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई। पर्वतीय इलाकों मे अधिकतर सड़के भूस्खलन के कारण बंद है जिससे पहाड़ों पर सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है |
मूसलाधार बारिश से ठाणे में हुआ बढ़ा हादसा, भूस्खलन से हुई 5 की मौत