Personal loans: देश में कर्ज लेकर लोग खरीदारी कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड से लिए जाने वाले कर्ज की संख्या 30 प्रतिशत तक बढ़ गई है। जो कि एक साल पहले 26.8 प्रतिशत बढ़ा था। शिक्षा के क्षेत्र में कर्ज 11 प्रतिशत की तुलना में 20 प्रतिशत तक बढ़ा है। वाहन लोन और गहनों को गिरवी रखकर कर्ज लेने की रफ्तार सालाना आधार पर 20.6 प्रतिशत और 22.1 प्रतिशत तक बढ़ी है।
फिक्स्ड डिपॉजिट और शेयर, बांड के एवज में कर्ज ले रहे
त्योहारी सीजन आने से पहले ही लोग जमकर खरीदारी में लगे हुए हैं। आरबीआई के आंकड़े के अनुसार अगस्त में पर्सनल लोन 30.8 प्रतिशत बढ़कर 47.70 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। अगस्त, 2022 में यह 36.47 लाख करोड़ रुपए था। अप्रैल, 2023 से अगस्त, 2023 के बीच पर्सनल लोन 40.85 लाख करोड़ रुपए से 16.8 प्रतिशत से बढ़कर 47.70 लाख करोड़ रुपए हो गया है। एक वर्ष पहले इसी अवधि में 7 प्रतिशत की बढ़त हुई थी। आंकड़ों के अनुसार, कंज्यूमर ड्यूरेबल को छोड़कर फिक्स्ड डिपॉजिट और शेयर, बांड के एवज में लोग तेजी से बाजार और बैंक से कर्ज ले रहे हैं। इसमें सबसे अधिक कर्ज हाउसिंग के लिए लोगों द्वारा लिया जा रहा है। जो 24.56 लाख करोड़ रुपए रहा है।
क्रेडिट कार्ड पर लिया कर्ज 30 प्रतिशत बढ़ा
क्रेडिट कार्ड से लिया जाने वाले कर्ज में भी 30 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। जो कि एक साल पहले 26.8 प्रतिशत बढ़ा था। शिक्षा के क्षेत्र में कर्ज 11 प्रतिशत की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़ा है। वाहन लोन और गहनों को लोग गिरवी रखकर कर्ज ले रहे हैं। ऐसे में कर्ज लेने की रफ्तार सालाना आधार पर 20.6 प्रतिशत की तेजी से बढ़ी है। जबकि वाहन लोन के लिए कर्ज की रफ्तार 22.1 प्रतिशत बढ़ी है। एक साल पहले इसमें 19.5 और 9.2 प्रतिशत की तेजी आई थी।