विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव समेत विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को “अपमानजनक” तरीके से डिपोर्ट करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग करते हुए सांसदों ने भारतीय नागरिकों के साथ हुए अपमान पर अपनी पीड़ा व्यक्त की। सांसदों ने “humans not criminals” लिखी तख्तियां थामे हुए देखे गए। उनमें से कुछ ने हथकड़ी भी पहनी हुई थी, क्योंकि डिपोर्ट किये गए भारतीयों को अमेरिकी सैन्य विमान से भारत पहुंचने पर हथकड़ी पहनाई गई थी। इस मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश ने भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत को “विश्वुरु” बनाने का सपना दिखाने वाले अब चुप क्यों हैं।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “अच्छे दोस्त” होने का दावा करते हैं, ने ऐसा क्यों होने दिया। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, “जिस तरह से उन्हें लाया गया वह गलत था। उन्हें अपमानित किया गया। उनके हाथ-पैर जंजीरों से बांध दिए गए। जब हमारी सरकार को पहले से ही पता था कि उन्हें डिपोर्ट किया जा रहा है, तो उन्हें वापस लाने के लिए उन्हें एक वाणिज्यिक उड़ान भेजनी चाहिए थी।
इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा को सूचित किया कि भारत सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार से संपर्क कर रही है कि निर्वासित किए जा रहे भारतीयों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो।