नई दिल्ली। दुनिया के देशों में ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट XBB.1.5 तेजी से फैल रहा है। यह वैरिएंट अमेरिका में अपना असर दिखा रहा है। इसके अलावा अन्य देशों में भी यह तेजी से फैल रहा है। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गहरी चिंता जाहिर की है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमित देशों की यात्रा करने वाले मास्क जरूर पहने। वहीं डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा है कि इसका असर भारत पर अधिक नहीं पड़ेगा।
डब्ल्यूएचओ के अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने कहा कि लंबी दूरी व अधिक जोखिम वाली जगहों पर जाने वाले लोगों को मास्क पहनना जरूरी है। उन्होंने कहा, यात्रा से पूर्व परीक्षण को साक्ष्य के तौर पर रखने की जरूरत है। अमेरिका में 27.6 प्रतिशत संक्रमण दर :— विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.5 ट्रांसमिसिबल है। अमेरिका में कोरोना के 27.6 प्रतिशत मामले बढ़े हैं। अधिकारियों ने बताया कि यूरोप के देशों में सबवैरिएंट का पता चला है।
भारत में कोरोना वर्किंग ग्रुप चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने ने माना कि देश में वायरस बहुत है। लेकिन इसकी तीव्रता उतनी नहीं है। उन्होंने बताया कि जीनोमिक मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू है। हमने जो कुछ पाया है। उसका मतलब यह नहीं कि कोई नया वेरिएंट मिला है।
सीवेज नमूने भी लिए
अरोड़ा ने कहा कि हम लोग सीवेज नमूने भी ले रहे हैं। लेकिन आने वाले हफ्तों में किसी नए वेरिएंट या कोविड वृद्धि की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत में जो ओमिक्रॉन वेरिएंट हैं, उसे दुनिया के किसी हिस्से में देखा जा सकता है।