NIA raids in 31 cities: देश के 31 शहरों में एनआईए की रेड से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। जांच एजेंसी एनआईए को पता चला कि युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए गुप्त रूप से एक समूह काम कर रहा है। इसके लिए विभिन्न शहरों में अध्ययन केंद्र खोले हैं। जहां पर अरबी भाषा की कक्षाएं आयोजित करने की बात कही जाती है लेकिन इसकी आड में इनको आतंक की पाठशाला लगाई जाती है।
आईएसआईएस से प्रेरित भर्ती अभियान
देश के कई राज्यों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की छापेमारी में ‘आतंक’ पाठशाला का खुलासा हुआ है। वैश्विक आतंकी संगठन, आईएसआईएस से प्रेरित भर्ती अभियान को विफल करने के लिए जांच एजेंसी अनआईए ने तमिलनाडु और तेलंगाना में करीब 31 स्थानों पर छापेमारी की।
छापों के दौरान जो आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। उससे मालूम पड़ता है कि आईएसआईएस, भारत में युवाओं को गुमराह कर उन्हें कट्टरपंथ के रास्ते पर लाने की कोशिश कर रहा है। युवाओं की भर्ती के लिए नए तरीके खोजे हैं। इसके लिए विभिन्न शहरों में स्टडी सेंटर खोले हैं। जहां पर ‘अरबी’ सिखाने की आड़ में ‘आईएसआईएस‘ आतंकी की पाठशाला चल रही है। इन पाठशालाओं में ‘खिलाफत’ विचारधारा का प्रचार हो रहा था। इन्हीं पाठशालाओं से निकले युवा, आतंक के रास्ते पर चलते हैं। जो एकता और अखंडता को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
भारतीय और विदेशी मुद्रा के साथ कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त
एनआईए के मुताबिक, आईएसआईएस के भर्ती अभियान और भावी प्लानिंग के मद्देनजर आज शनिवार को तमिलनाडु व तेलंगाना में 31 स्थानों पर छापेमारी की गई है। छापेमारी में भारतीय और विदेशी मुद्रा के साथ कई डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त किए हैं। आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने तमिलनाडु और तेलंगाना में मोबाइल फोन, लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद कर अपने कब्जे में ली है। इसमें मौजूद डाटा की जांच हो रही है। तलाशी के दौरान भारतीय मुद्रा में 60 लाख रुपए और 18,200 अमेरिकी डॉलर बरामद हुए हैं। इसी के साथ स्थानीय और अरबी भाषाओं में आपत्तिजनक किताबें जब्त हुई हैं।