लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सिविल सेवा और एनडीए जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग कक्षा चलाने की घोषणा करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि प्रदेश की पहचान अब दंगाग्रस्त, अपराधग्रस्त प्रदेश की नहीं, बल्कि बेहतर कानून व्यवस्था वाले राज्य के रूप में है।
खानदानी अपराधियों पर भी लगाम
अवध शिल्पग्राम में ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का उद्घाटन करने के बाद रविवार को आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘हमने केवल पेशेवर अपराधी और माफिया पर ही नहीं बल्कि खानदानी अपराधियों पर भी लगाम लगाया है जिससे (प्रदेश में) निवेश की संभावना बढ़ी है।” मुख्यमंत्री ने सिविल सेवा और एनडीए जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग कक्षा चलाने की घोषणा की जिसका नाम ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ रखा गया है।
18 मंडल मुख्यालयों पर निःशुल्क कक्षाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के पहले चरण में प्रदेश में सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर निःशुल्क कक्षाएं चलेंगी और ऑनलाइन प्रशिक्षण तथा विभिन्न परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रणाली आदि के संबंध में अभ्यर्थियों को पूरी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन व समन्वयन की ज़िम्मेदारी उपाम को दी गई है। उन्होंने कहा कि ये कोचिंग केंद्र युवाओं को नया मंच देंगे और उन्हें उड़ान भरने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 30 हजार छात्रों को सुरक्षित वापस लाया गया।
उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन की कहानी
उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन की कहानी बताते हुए योगी ने कहा, ‘2017 में जब यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो तत्कालीन राज्यपाल ने हम लोगों के सामने एक प्रस्ताव रखा कि देश के अधिकांश राज्य अपना स्थापना दिवस मनाते हैं और कार्यक्रम के साथ अपनी योजनाओं को आगे लाकर नई पीढ़ी के लिए एक अवसर प्रस्तुत करते हैं।’
ओडीओपी योजना की शुरुआत
योगी ने कहा, ‘जब मैंने कैबिनेट के सामने उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा तो सहर्ष सहमति मिली और यह आयोजन शुरू हुआ, तभी ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) की अभिनव योजना की भी शुरुआत हुई जो देश की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है और आत्मनिर्भर भारत का जज्बा रखने वाली इस योजना के साथ प्रारंभ हुए उत्तर प्रदेश दिवस को प्रधानमंत्री ने भी सराहा।”
24 जनवरी 1950 को हुई थी उत्तर प्रदेश की स्थापना
उल्लेखनीय है कि 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश की स्थापना हुई थी। पूर्व राज्यपाल राम नाईक की पहल पर ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ की शुरुआत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने की थी। इस बार उत्तर प्रदेश दिवस का चौथा संस्करण मनाया जा रहा है।