दारोगा और सिपाहियों ने दो सर्राफा कारोबारियों से जेवरात और नकदी लूटी
30 लाख की लूट के मामले में दारोगा, सिपाहियों सहित पांच किये गिरफ्तार
गोरखपुर। जिस पुलिस के ऊपर लोगों की सुरक्षा करने का जिम्मा हो वही अगर लूट करने लगे तो कानून व्यवस्था से भरोसा उठ जाना स्वाभाविक है। मगर उत्तर प्रदेश की पुलिस यहां के कारोबारियों को सुरक्षा देने की बजाये खुद उन्हें लूट लेती है। ऐसा ही एक मामला गोरखपुर में सामने आया जब बस्ती में तैनात दारोगा और सिपाहियों ने दो सर्राफा कारोबारियों से जेवरात और नकदी कुल कीमत लगभग 30 लाख लूट लिये। गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में एक दारोगा, सिपाहियों सहित पांच को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट में इस्तेमाल बोलेरो, लूटी गई रकम व गहने बरामद किये हैं।
महराजगंज जिला के निवासी सराफा कारोबारी तारकेश्वर वर्मा के भाई दीपक और एक अन्य कारोबारी गौतम वर्मा के कर्मचारी रामू वर्मा गहनों की खरीददारी करने के लिये बुधवार को बस से लखनऊ जा रहे थे। दीपक के पास 11.10 लाख रुपये नकद व करीब पांच लाख रुपये का सोना व रामू के पास 6 लाख रुपये नकद व करीब 8 लाख रुपये का सोना था जिसे उन्होंने एक की बैग में रखा हुआ था। गोरखपुर के बस स्टेशन पर एक वर्दीधारी दारोगा व दो सिपाहियों ने उन पर तस्करी का आरोप लगाते हुए दोनों की पिटाई करने के बाद गहने व रुपये से भरा बैग छीन लिया।
पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया था। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में मिले सबूतों के आधार पर कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच पुरानी बस्ती थाने पहुंची और घटना में इस्तेमाल बोलेरो के साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले दारोगा व दो सिपाहियों को दबोच लिया। दीपक व रामू ने दारोगा व सिपाहियों को पहचान लिया। आरोपितों ने बताया कि पूर्व में भी उन्होंने लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया है। वहीं पुलिस ने महाराजगंज के निचलौल से मुखबिरी करने वाले दो युवक उठाए हैं और उनसे पूछताछ कर रही है।