भ्रष्टाचार के मामले में तीन दिन पहले किया गया था निलंबित
सहारनपुर में आठ घंटे तक सीबीआई की टीम ने छापेमारी की
सहारनपुर। भ्रष्टाचार के मामले में तीन दिन पहले निलंबित किये गये सीबीआई के डीएसपी के घर आज सीबीआई की टीम ने छापा मार। माना जा रहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित निलंबित डीएसपी के घर पर छापेमारी रिश्वत की रकम बरामद करने के लिये की गयी है। हालांकि इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।
सन 2018 में तीन प्राइवेट कंपनियों द्वारा कई बैंकों से धोखाधड़ी कर लोन लेने का मामला सामने आने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच करते हुए सीबीआई ने दिल्ली, ग्रेटर नोएडा सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई को देवबंद के रहने वाले सीबीआइ के डीएसपी राजीव ऋषि, इंस्पेक्टर कपिल धनखड़ द्वारा निजी कंपनियों से बतौर रिश्वत 55 लाख रुपये लेने के सबूत मिले थे। इसके बाद इंस्पेक्टर कपिल धनखड़ को तत्काल निलंबित कर दिया गया था। आरोपित डीएसपी पर कार्रवाई के लिये सीबीआई द्वारा लिखे गये पत्र के आधार पर मंत्रालय ने तीन दिन पहले डीएसपी राजीव ऋषि को निलंबित कर दिया था। इस मामले में मंत्रालय ने सीबीआई इंस्पेक्टर कपिल धनखड़, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात स्टेनोग्राफर समीर कुमार सिंह, सीबीआइ डीएसपी आरके सांगवान, को भी निलबित कर दिया था।
आज देवबंद की पंजाबी कालोनी में रहने वाले सीबीआई के निलंबित डीएसपी राजीव ऋषि के आवास पर सीबीआई की टीम ने आठ घंटे तक छापेमारी की कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रिश्वत की रकम के बारे में जानकारी हासिल की। गौरतलब है कि बैंकों के साथ फ्राड करने के मामले में रिश्वत लेकर सूचनाएं लीक करने के आरोप में सीबीआई ने गाजियाबाद सीबीआइ एकेडमी में तैनात डीएसपी आके ऋषि, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात इंस्पेक्टर कपिल धनखड़, स्पेशल क्राइम यूनिट में तैनात डीएसपी आरके सांगवान, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात स्टेनोग्राफर समीन कुमार सिंह, दो वकील अरविंद कुमार गुप्ता, मनोहर मलिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी।