Kuno National Park project cheetah: कूनों नेशनल पार्क में दो और चीता शावकों की मौत को गई है। इससे भारत के प्रोजेक्ट चीता को झटका लगा है। कूनो नेशनल पार्क में इससे पहले भी चीता शावकों की मौत हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोजेक्ट चीता में अभी खराब समय आना बाकी है।
प्रोजेक्ट चीता को लेकर किए जा रहे प्रयासों को आज झटका लगा है। श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में आज दो और चीता शावकों की मौत हुई। इससे पहले मंगलवार को एक शावक की मौत हुई थी। अब एक शावक शेष बचा है। जानकारी के मुताबिक शावकों के मौत कुपोषण की वजह हो रही है।
नामीबिया से 17 सितंबर को भारत लाए गए थे चीते
नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को भारत के कूनो नेशनल पार्क में लाई गई चीता सियाया के चार में से तीन शावकों की मौत हो चुकी है। चार शावकों का जन्म दो महीने पहले मार्च के आखिरी सप्ताह में हुआ था। इन्हें मिलाकर अफ्रीका से लाए चीतों में अब तक छह की मौत हो चुकी है। जिसमें तीन शावक और तीन वयस्क चीता शामिल हैं। कूनो नेशनल पार्क में 17 वयस्क चीता और एक शावक अभी जीवित हैं।
जानकारी के अनुसार 23 मई 2023 को सुबह मादा चीता ज्वाला के एक शावक की मौत हुई थी। इसके बाद शेष तीनों शावक एवं मादा चीता ज्वाला की पशु चिकित्सकों की टीम एवं मॉनिटरिंग टीम निगरानी करती रही। दिन में चीता ज्वाला को सप्लीमेंट खाना दिया गया। निगरानी के दौरान शेष तीन शावकों की स्थिति सामान्य नहीं दिखी। 23 मई को इस गर्मी में सर्वाधिक गर्म दिन रहा। दिन का अधिकतम तापमान लगभग 46-47 डिग्री रहा। दिनभर गर्म हवाएं एवं लू चलती रही।
एक की हालत गंभीर
तीनों शावकों की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए प्रबंधन एवं पशु चिकित्सकों की टीम ने तत्काल तीनों चीता शावकों को रेस्क्यू कर जरूरी उपचार करने का निर्णय लिया। दो शावकों की स्थिति खराब होने से उपचार के सभी प्रयास बेकार हो गए। उन्हें बचाया नहीं जा सका। एक शावक गंभीर हालत में उपचार एवं निगरानी में पालपुर स्थित चिकित्सालय में रखा है। उसका उपचार किया जा रहा है। उपचार के लिए नामीबिया एवं साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञ एवं चिकित्सकों की सलाह भी ली जा रही है।